पाकुड़ । “साथ सभी ने छोड़ा दिया, लेकिन ऐ गरीबी ,तू इतनी वफादार कैसे निकली” यह शब्द पाकुड़ जिले के हजारों बीड़ी मजदूरों पर सटीक बैठ रहा है। क्योंकि पाकुड़ जिले के हजारों बीड़ी मजदूरों के लिए सरकार द्वारा बनाई गई बीड़ी अस्पताल इन दिनों भूत बंगला में तब्दील हो चुका है। चुनाव के समय बड़े बड़े वायदे करने वाले नेता जिस्म पर मरहम लगाकर वोट तो पा लेते हैं लेकिन बीड़ी मजदूरों के लिए बना एक मात्र बीड़ी अस्पताल रख रखाव के अभाव में बन्द कर दिए गए हैं। लाखों का सामान चोरी हो गया है। अब तक न तो बीड़ी मजदूरों पर मरहम लगाने वाले मिलें और न ही किसी ने इनके समस्याओं को राज्य सरकार के समक्ष रखा। इसलिए हम यह कह सकते हैं बेहतर स्वास्थ्य से जुड़ा है बेहतर भविष्य। और बेहतर भविष्य तभी होगा जबकि आप आर्थिक रूप से मजबूत होंगे।
हम में से शायद सभी को यह बात पता है कि एक संतोषजनक जीवन जीने के लिए जरूरी है कि हमारी वित्तीय स्थिति भी बेहद मजबूत और बेहतर हो। जैसा कि कहा जाता है, पैसा खुशी नहीं खरीद सकता है, लेकिन यह आपको अपना रास्ता चुनने की आज़ादी जरूर दे सकता है।
इस सम्बंध में भारतीय जनता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष हिसाबी राय ने बीड़ी मजदूरों के हित में केंद्रीय मंत्री
श्रम एवं रोजगार विभाग भारत सरकार नई दिल्ली भूपेन्द्र यादव को पत्र लिखकर बीड़ी मजदूरों एवं उनके परिजनों के लिए उचित स्वास्थ सुविधा मुहैया कराने की मांग की है।
श्री राय ने पत्र में उल्लेख किया है कि झारखंड राज्य के पाकुड़ जिले में लगभग 30 हजार श्रमिक बीड़ी कारोबार से जुड़े हुए है और इसी कारोबार के जरीये उनका एवं उनके परिवार को भरण पोषण वर्षो से होता आ रहा है। वर्ष 1994 में पाकुड़ को जिला का दर्जा मिला और उस वक्त भाड़े के मकान में विगत 40 वर्षों से बीड़ी श्रमिक अस्पताल जो कि चल एवं अचल औषधालय, (श्रम कल्याण संगठन) कैलाश नगर पाकुड़ में संचालित किया जा रहा था, जो आज भी चल रहा है। कालांतर में बीड़ी मजदूरों की संख्या और उन्हे स्वस्थ और सुखी रखने के लिए पाकुड़ प्रखंड के इशाकपुर में सरकार द्वारा लाखो रूपये खर्च कर बीड़ी श्रमिक अस्पताल का निर्माण श्रम एवं रोजगार मंत्रालय भारत सरकार (श्रम कल्याण संगठन) द्वारा कराया गया एवं चिकित्सको एवं स्वास्थ कर्मियों की प्रतिनियुक्ति कर अस्पताल को क्रियाशील किया गया जिससे हजारो मजदूरों और उनके परिजनों को उचित स्वास्थ लाभ भी मिल रहा था, लेकिन वर्तमान में इशाकपुर स्थित बीड़ी अस्पताल राज्य सरकार द्वारा उचित रख रखाव और देखभाल नही किये जाने के कारण बीड़ी अस्पताल की उपयोगिता नही के बराबर रह गयी है साथ ही अस्पताल का भवन भी पूर्णरूपेण जर्जर हो चुका है एवं सारे चिकित्सा हेतु समानो की चोरी हो गई है। क्योंकि न तो चिकित्सक, स्वास्थ कर्मी और न ही दवा आदि सुविधाए इशाकपुर बीड़ी अस्पताल को उपलब्ध करायी जा रही है।
भाजपा नेता हिसाबी राय ने कहा कि केंद्र सरकार के स्तर से जिला मुख्यालय के कैलाशनगर में भाड़े के 3 कमरों के मकान में केंद्रीय बीड़ी श्रमिक (चल एवं अचल औषधालय) संचालित किया जा रहा है। जहां पर्याप्त जगह नही रहने के कारण बीड़ी श्रमिको को इसका समुचित लाभ नही मिल पा रहा और सरकार को किराया मद में प्रतिवर्ष लाखों रूपये खर्च भी करने पड़ रहे। यदि केंद्रीय मंत्री के स्तर से इशाकपुर में बनाये गये बीड़ी श्रमिक अस्पताल भवन को दुरूस्त कर उसे क्रियाशील करने के लिए उचित कदम उठाया जाय तो श्रमिको को इसका भरपुर लाभ मिलेगा और सरकार को अतिरिक्त खर्च (किराया) से भी निजात मिल जायेगा। श्री राय ने केंद्रीय मंत्री से मामले को प्राथमिकता देते हुए इशाकपुर बीड़ी श्रमिक अस्पताल को बीड़ी मजदूरों के लिए उपयोगी बनाने की दिशा में आवश्यक कदम उठाने की मांग की है।