पश्चिमी सिंहभूम। टोंटो प्रखंड के कोंदवा सामुदायिक भवन में मानवाधिकार सहायता संघ द्वारा चलाया गया जागरूकता अभियान चलाया गया। जिसमें ग्रामीण समुदाय के मानवाधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाने और उनकी समस्याओं का समाधान करने का प्रयास किया। इस अभियान के माध्यम से ग्रामीणों को उनके मानवाधिकारों के महत्व के बारे में शिक्षा दी गई और उनकी समस्याओं का समाधान किया गया।
मानवाधिकार के महत्व की जागरूकता: इस अभियान का प्रमुख उद्देश्य ग्रामीण समुदाय को मानवाधिकारों के महत्व के प्रति जागरूक करना था। इसके अंतर्गत, प्रदेश अध्यक्ष के देवराज हेस्सा ने मानवाधिकार सहायता संघ की विस्तृत जानकारी देने का महत्वपूर्ण कार्य किया। वह ग्रामीणों को समझाने में सफल रहे और उन्हें उनके मानवाधिकारों के प्रति सजग किया।
महत्वपूर्ण मामलों का समाधान: इस अभियान के परिणामस्वरूप, कई महत्वपूर्ण मामले सामने आए, जिनमें से एक मामला था एसीसी, अडानी, और रैयतों के बीच मुआवजा की समस्या। इस मामले में, 29 जुलाई 2021 को एसीसी द्वारा नियुक्ति पत्र मिलने के बावजूद अब तक किसी को नियुक्ति नहीं मिली थी। इस अभियान ने इस मामले को सुलझाने का माध्यम प्रदान किया और ग्रामीणों को उनके अधिकारों के लिए लड़ने की दिशा में मार्गदर्शन किया।
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अवैध वन कटाई और पत्थर की अवैध बिक्री: टोंटो प्रखंड में, एटेके गुटु और कुंद्रु गुटू पीएफ क्षेत्र के बावजूद, बड़ा लिसिया के टोली हेस्सा बासा के लोगों द्वारा वन की अवैध कटाई और पत्थर की अवैध बिक्री की समस्या उठी। इस अभियान ने इस मुद्दे को उजागर किया और समस्या के समाधान के लिए उपाय ढूंढने में मदद की।
जल नल योजना की कमी: टोंटो प्रखंड में घर तक जल नल योजना के तहत अब तक पाइप लाइन नहीं दी गई है, जिससे ग्रामीणों को जल की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इस अभियान ने इस मुद्दे को सुलझाने के लिए प्रयास किया और जल संवरण के प्रति ग्रामीणों की जागरूकता बढ़ाई।
अभियान के प्रति प्रतिबद्धी: इस अभियान में संघ के सभी अधिकारी ग्रामीणों के साथ हुए और उन्होंने ग्रामीणों को हर संभव मदद करने की आश्वासन दिया। वे इस अभियान के सफल होने के लिए कई प्रकार की मदद और समर्थन प्रदान किए।
सामुदायिक भागीदारी: इस अभियान में मानवाधिकार सहायता संघ के अधिकारियों के साथ, इसमें बड़ा हिस्सा रखने वाले स्थानीय ग्रामीण भी उपस्थित थे। उन्होंने इस अभियान के सफल होने के लिए सामुदायिक भागीदारी का महत्व समझा और इसमें अपना योगदान दिया।
बैठक में प्रदेश अध्यक्ष समेत जिला प्रभारी राजेश कुम्हार, जिला उपाध्यक्ष दिनेश कुम्हार, जगन्नाथपुर सचिव देवेन्द्रनाथ सिंकु, हाटगमहारिया अध्यक्ष प्रकाश हेंब्रम, टोंटो सचिव कमला देवी, मानवाधिकार सहायक प्रदीप लागूरी व काफ़ी संख्या में ग्रामीण पुरुष महिला उपस्थित थे।
इस अभियान ने टोंटो प्रखंड के ग्रामीणों को उनके मानवाधिकारों के प्रति जागरूक किया और समस्याओं का समाधान करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया। यह अभियान सामुदायिक उपायों के माध्यम से समस्याओं का समाधान करने का एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करता है और मानवाधिकारों के पालन की महत्वपूर्णता को दिखाता है।
उदाहरण और प्रेरणा: टोंटो प्रखंड में यह अभियान एक बेहद महत्वपूर्ण उदाहरण प्रस्तुत करता है कि कैसे सामुदायिक भागीदारी और गंभीरता से मानवाधिकारों की सुरक्षा की जा सकती है। यह एक प्रेरणास्त्रोत हो सकता है और अन्य क्षेत्रों में भी इस तरह के अभियानों की प्रेरणा प्रदान कर सकता है।
टोंटो प्रखंड के कोंदवा ग्राम में चलाया गया मानवाधिकार सहायता संघ का यह जागरूकता अभियान एक महत्वपूर्ण कदम है। जिसने ग्रामीण समुदाय को उनके मानवाधिकारों के प्रति जागरूक किया और समस्याओं का समाधान किया। यह साबित करता है कि सामुदायिक उपायों के माध्यम से समस्याओं का समाधान किया जा सकता है और मानवाधिकारों का पालन किया जा सकता है। इस अभियान का सफल पूरा होने के पश्चात, यह साबित होता है कि जब समुदाय एकत्र आते हैं और साथ काम करते हैं, तो वे किसी भी मुश्किल को पार कर सकते हैं और मानवाधिकारों की सुरक्षा कर सकते हैं।
इस अभियान के माध्यम से एक महत्वपूर्ण संदेश को पहुंचाया गया है कि मानवाधिकारों का सजगना और उनका पालन करना हम सभी की जिम्मेदारी है, और हम सभी को इसे प्राथमिकता देनी चाहिए।