गुजरात के अहमदाबाद में प्रमुख स्वामी महाराज नगर में आयोजित एक दीक्षा समारोह में बाप्स स्वामीनारायण संस्था के महंत स्वामी महाराज ने 46 युवाओं को संन्यास जीवन में दीक्षित किया। इनमें एक आईआईएम उदयपुर के पूर्व छात्र ने भी संन्यासी बनने के लिए महंत स्वामी महाराज से प्रसादी दीक्षा ग्रहण की। इसके अलावा पांच स्नातकोत्तर, 23 स्नातक, 16 इंजीनियर, एक एमबीए और एक एमपीएच ने भी संन्यास ग्रहण किया। इनमें से नौ अमेरिका, एक अफ्रीकी देश और अन्य राजस्थान, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल तथा गुजरात से हैं।
संस्था के मुताबिक, आईआईएम, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी (अमेरिका), रटगर्स यूनिवर्सिटी (अमेरिका) और मेलबर्न यूनिवर्सिटी (ऑस्ट्रेलिया) जैसे प्रतिष्ठित भारतीय और विदेशी संस्थानों में अध्ययन करने के बाद इन युवाओं ने सांसारिक सुख-सुविधाओं को छोड़कर संन्यास के मार्ग पर चलने का निर्णय किया है। आईआईएम-उदयपुर के पूर्व छात्र हार्दिक मिस्त्री ने कहा कि उन्होंने समाज सेवा और स्वयं के आध्यात्मिक विकास के लिए दीक्षा ली।
बाप्स आश्रम में लेंगे सात साल का प्रशिक्षण
संस्था ने बताया कि नव दीक्षित संन्यासियों का बोटाद जिले के सारंगपुर स्थित बोचासनवासी अक्षय पुरुषोत्तम संप्रदाय (बाप्स) आश्रम में सात साल प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस दौरान वे सादगी से तपस्वी का जीवन व्यतीत करेंगे। प्रशिक्षण काल में ये संन्यासी स्वामीनारायण हिंदू धर्मशास्त्र, इतिहास और साहित्य के साथ-साथ रामायण, महाभारत, भगवद गीता, उपनिषदों और अन्य हिंदू शास्त्रों का अध्ययन करेंगे। इसके अलावा पाठ्यक्रम में संस्कृत, हिंदी, गुजराती तथा अंग्रेजी जैसी भाषाओं और विश्व धर्मों का अध्ययन भी शामिल किया गया है।