[ad_1]
मो.इकराम/धनबाद.अगर आप नौकरी या व्यवसाय करते हुए एमबीए करना चाहते हैं तो आपके लिए सुनहरा अवसर है. देश के प्रतिष्ठित संस्थान IIT-ISM सत्र 2023-26 में एग्जीक्यूटिव एमबीए कोर्स की शुरुआत कर रहे हैं. इस कोर्स में पीएसयू,सरकारी और अर्ध सरकारी के साथ-साथ निजी संस्थानों में कार्यरत लोग एग्जीक्यूटिव एमबीए कोर्स के लिए नामांकन करवा सकते हैं. इतना ही नहीं अगर आप खुद का व्यवसाय करते हैं और आप का सालाना टर्नओवर न्यूनतम दो करोड़ है तो भी आप इस कोर्स के लिए एलिजिबल हैं.
बशर्ते कि आपका स्नातक कम से कम 50% अंकों के साथ होना चाहिए. कोर्स 50 सीटों के साथ शुरू हो रहा है. इस कोर्स की फीस 3 सालों के लिए ₹506600 रखी गई है. मीडिया से बात करते हुए आईआईटी आईएसएएम के प्रभारी निदेशक प्रोफेसर जेके पटनायक ने कहा कि 2012 में इस कोर्स की शुरुआत की गई थी. लेकिन उस वक्त फैकेल्टी की कमी होने की वजह से इसे बन्द कर लिया गया था. लेकिन एक बार फिर से पर्याप्त एवं बेहतर फैकल्टीज के साथ आईआईटी आईएसएम सितंबर माह से एग्जीक्यूटिव एमबीए की कक्षाएं संचालित करेगा.
दो दिन होगी क्लास
कक्षाएं दो दिन चलेंगी. शनिवार की शाम 6:00 बजे से रात्रि 9:00 बजे तक एवं रविवार को सुबह 9:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक होगी. डिपार्टमेंट ऑफ मैनेजमेंट इंडस्ट्री एंड इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग के द्वारा इस कोर्स को संचालित किया जाएगा. कोर्स में शामिल होने के लिए 20 अगस्त को लिखित परीक्षा का आयोजन किया गया है. परीक्षा के बाद साक्षात्कार भी किया जाएगा. 23 अगस्त को रिजल्ट प्रकाशित किया जाएगा. 2 सितंबर से कक्षाएं चलेंगी.
जेके पटनायक ने बताया कि कोर्स पूरा करने में नामांकित अधिकारियों, कामकाजी लोगों और बिजनेसमैन को कही कोई परेशानी नहीं हो इसे लेकर कक्षाएं शनिवार को शाम 6 बजे से रात 9 बजे तक और रविवार को सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक चलेंगी. उन्होंने बताया कि इस प्रोग्राम को लेकर कामकाजी अधिकारियों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है. उन्होंने कहा कि पाठ्यक्रम की फीस अन्य प्रमुख संस्थानों की फीस की तुलना में काफी सस्ती है.
2018 में बंद कर दिया गया था कोर्स
प्रोफेसर पटनायक ने कहा कि हम एक्जीक्यूटिव एमबीए प्रोग्राम के कुछ पूर्व छात्रों के भी संपर्क में हैं, जिन्हें करियर ग्रोथ आदि के मामले में पहले कोर्स पूरा करने के बाद फायदा हुआ है और उन्होंने कोर्स के दोबारा लॉन्च का भी स्वागत किया है. उन्होंने कहा 2012 में 3 साल का यह एग्जीक्यूटिव एमबीए कार्यक्रम शुरू किया था और कुछ संकायों की कमी के कारण 2018 में इसे बंद कर दिया गया था और सरकारी, अर्ध सरकारी, प्रतिष्ठित औद्योगिक, आर एंड डी संगठनों, प्रतिष्ठित निजी क्षेत्र के कामकाजी अधिकारियों के लिए संकाय शक्ति में वृद्धि के साथ इस साल फिर से लॉन्च किया गया है.
.
Tags: Dhanbad news, Jharkhand news, Latest hindi news, Local18
FIRST PUBLISHED : August 04, 2023, 16:41 IST
[ad_2]
Source link