पाकुड़: झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (झालसा), रांची के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार, पाकुड़ के तत्वावधान में नब्बे दिवसीय आउटरीच सह विधिक जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। इस अभियान के तहत प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, पाकुड़, शेष नाथ सिंह के निर्देश पर और सचिव अजय कुमार गुड़िया के मार्गदर्शन में विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए।
विद्यालय में जागरूकता सत्र का आयोजन
अभियान के तहत अपग्रेड पाकुड़ हरिणडंगा विद्यालय, पाकुड़ बाजार में विधिक जागरूकता सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें पीएलवी कमला राय गांगुली ने छात्रों को साइबर अपराध, बाल विवाह और सड़क सुरक्षा के प्रति विशेष रूप से जागरूक किया।
उन्होंने साइबर अपराध से बचाव के उपायों, सुरक्षित इंटरनेट उपयोग, ऑनलाइन धोखाधड़ी से सुरक्षा, और डिजिटल लेन-देन के दौरान सतर्कता बरतने के महत्वपूर्ण पहलुओं को विस्तार से बताया। इसके साथ ही, उन्होंने बाल विवाह के दुष्प्रभावों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह न केवल एक सामाजिक बुराई है, बल्कि कानूनन दंडनीय अपराध भी है।
निशुल्क कानूनी सहायता की जानकारी दी गई
कमला राय गांगुली ने जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा दी जाने वाली निशुल्क कानूनी सहायता की जानकारी भी साझा की। उन्होंने छात्र-छात्राओं को उनके मौलिक अधिकारों और मौलिक कर्तव्यों के प्रति भी जागरूक किया, जिससे वे अपने कानूनी अधिकारों को जानकर उनका लाभ उठा सकें।
बाल श्रम, डायन प्रथा और घरेलू हिंसा पर जागरूकता
कार्यक्रम के दौरान पीएलवी हरेंद्र मालतो ने बाल श्रम, डायन प्रथा और घरेलू हिंसा जैसी सामाजिक बुराइयों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि बाल श्रम न केवल बच्चों के भविष्य को अंधकारमय बनाता है, बल्कि यह उनके बुनियादी अधिकारों का भी उल्लंघन करता है।
उन्होंने डायन प्रथा जैसी कुरीतियों से बचने और घरेलू हिंसा के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की। साथ ही, उन्होंने घरेलू हिंसा से बचाव के कानूनी अधिकारों पर चर्चा की और महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक किया।
नालसा की योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई
पीएलवी चंदन रविदास ने राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा) की विभिन्न योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए बताया कि नालसा द्वारा समाज के कमजोर वर्गों को कानूनी सहायता और न्याय तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं।
इसके अलावा, उन्होंने श्रम विभाग द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं और श्रमिकों के लिए सरकारी योजनाओं की जानकारी दी, जिससे जरूरतमंद लोग इनका लाभ उठा सकें।
अन्य प्रखंडों में भी चला जागरूकता अभियान
इस अभियान के तहत अन्य प्रखंडों में भी विधिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। पीएलवी किंग्सुक नाग, जयंती कुमारी, रानी साहा समेत अन्य पीएलवी ने भी आउटरीच कार्यक्रमों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए जागरूकता अभियान चलाया।
उन्होंने कहा कि विधिक जागरूकता ही सशक्त समाज की आधारशिला है और हर व्यक्ति को अपने अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में जानकारी होना आवश्यक है।
विधिक जागरूकता से समाज होगा सशक्त
इस तरह के अभियान न केवल लोगों को कानूनी अधिकारों की जानकारी प्रदान करते हैं, बल्कि उन्हें समाज में व्याप्त विभिन्न कुरीतियों और अपराधों के प्रति भी सजग बनाते हैं। जिला विधिक सेवा प्राधिकार, पाकुड़ के इस प्रयास से लोगों को निशुल्क कानूनी सहायता की उपलब्धता के बारे में पता चला और वे अपने अधिकारों को बेहतर ढंग से समझ सके।
इस तरह के अभियान आगे भी जारी रहेंगे, जिससे समाज को अधिक न्यायपूर्ण और सशक्त बनाया जा सके।