पाकुड़। गुरुवार को जिला स्तरीय परामर्शदात्री एवं साख समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त मनीष कुमार ने की। समाहरणालय के सभागार में आयोजित इस बैठक में विभिन्न सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन और प्रगति की समीक्षा की गई।
सरकारी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन पर जोर
बैठक में किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी), प्रधानमंत्री जनधन योजना, प्रधानमंत्री मुद्रा ऋण योजना, सुरक्षा बीमा योजना, और जीवन ज्योति बीमा योजना जैसे कार्यक्रमों की समीक्षा की गई। उपायुक्त ने सभी बैंक प्रबंधकों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकारी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में बैंकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने बैंकों और प्रशासन के बीच बेहतर समन्वय पर जोर देते हुए कहा कि योजनाओं का लाभ जरूरतमंदों तक पहुंचाना प्राथमिकता होनी चाहिए।
केसीसी और वार्षिक साख योजना की समीक्षा
बैठक में केसीसी (किसान क्रेडिट कार्ड) के लंबित आवेदनों की स्थिति पर चर्चा की गई। उपायुक्त ने डीडीएम नाबार्ड और एलडीएम को निर्देश दिया कि वे लंबित आवेदनों को शीघ्र निष्पादित करें।
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- वार्षिक साख योजना के तहत 2024-25 के लिए लक्ष्य 1200 करोड़ तय किया गया है।
- दूसरी तिमाही तक 552 करोड़ की राशि प्राप्त की गई, जो लक्ष्य का 46% है।
- सीडी रेशियो 49.72% रिकॉर्ड किया गया।
पीएमईजीपी योजना की प्रगति
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP) की समीक्षा के दौरान यह बताया गया:
- जिले का वार्षिक लक्ष्य 50 लाभार्थी तय किया गया है।
- अब तक 146 आवेदन बैंकों को भेजे गए हैं।
- इनमें से 31 लाभार्थियों को ऋण स्वीकृत किया गया, जबकि 72 आवेदन खारिज कर दिए गए।
- 43 आवेदन अभी बैंकों में लंबित हैं।
उपायुक्त ने जिला उद्योग महाप्रबंधक को लंबित आवेदनों के शीघ्र समाधान के लिए आवश्यक निर्देश दिए।
पीएमएफएमई योजना की स्थिति
प्रधानमंत्री औपचारिक सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम योजना (PMFME) की समीक्षा में बताया गया कि:
- जिले का लक्ष्य 92 आवेदन तय किया गया है।
- अब तक 74 आवेदन बैंकों को भेजे गए हैं।
- इनमें से केवल 9 लाभार्थियों को ऋण स्वीकृत किया गया है।
उपायुक्त ने इस योजना की धीमी प्रगति पर चिंता व्यक्त की और सुधार के निर्देश दिए।
बैठक में मौजूद अधिकारी और प्रतिनिधि
बैठक में विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों और बैंक प्रबंधकों ने भाग लिया। उपस्थित प्रमुख अधिकारियों में शामिल थे:
- भूमि सुधार उपसमाहर्ता मनीष कुमार
- विशेष कार्य पदाधिकारी त्रिभुवन कुमार सिंह
- डीडीएम नाबार्ड प्रेम कुमार
- एलडीएम धनेश्वर बेसरा
- जिला सहकारिता पदाधिकारी चंद्रजीत खलखो
- जिला मत्स्य पदाधिकारी और डीपीएम जेएसएलपीएस
इसके अलावा, जिले के विभिन्न बैंकों के शाखा प्रबंधक भी बैठक में उपस्थित रहे।
इस बैठक के माध्यम से सरकार की प्राथमिक योजनाओं को सफल बनाने के लिए प्रशासन और बैंकों के बीच समन्वय स्थापित करने पर बल दिया गया। लंबित मामलों के शीघ्र निपटारे और निर्धारित लक्ष्यों को समय पर पूरा करने के लिए जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए गए। यह बैठक जिले के समग्र विकास में एक अहम कदम साबित होगी।