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धीरज कुमार/किशनगंज.किशनगंज शहर के लाइनपाड़ा में स्थित बूढ़ी काली माता कामंदिर है. जहां भक्तों की लंबी कतार लगती है.लोगों की काफ़ी आस्था है. मंदिर में पूजा अर्चना से लोगों की मन्नतें पूरी होती है. बताया जाता है कि कई वर्ष पहले एक डाकू ने माता की फोटो रख त्रीशूल गाड़ पहली बार पूजा किया था. 2005 में स्थानीय जज व शहर वासियों के सहयोग से मंदिर का भव्य निर्माण करवाया गया.
मंदिर के पुजारी मलय मुखर्जी बताते हैं कि मंदिर में विराजमान माता काली के मंदिर का इतिहास काफी पुराना है. पहले हमारे दादा यहां पुजारी थे. 1902 में इस मंदिर की स्थापना हुई थी. वहीं स्थानीय मनोज मजूमदार कहते हैं कि जो भी भक्त यहां आते वो खाली हाथ लौटकर नहीं जाते हैं. वहीं यहां कार्तिक महीने काली पूजा के समय मुस्लिम समुदाय के लोग भी आकार मन्नतें मांगते हैं और बली भी चढ़ाते हैं.
121 वर्ष पुराना है मंदिर का इतिहास
किशनगंज की बूढ़ी काली मंदिर जो सिद्ध मानी जाती है. गृह मंत्री अमित शाह और पटना हाईकोर्ट के जज भी यहां मन्नतें मांगी है. इस मंदिर में ऐसा माना जाता है कि माता के दरबार में जो भी भक्त आते हैं वो खाली हाथ नहीं लौटा है. माताएं सबकी मन्नतें पूरी करती हैं.बूढ़ी काली मंदिर में काली पूजा के समय कार्तिक महीने यहां मूर्ति पूजा होती है. ऐसे में शहर के हिन्दू मुस्लिम सभी मिलकर माता की पूजा करते हैं. मंदिर के पुजारी बताते हैं कि मुस्लिम समुदाय के लोग भी मंदिर में पूजा कर माता से वरदान मांगते हैं.
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FIRST PUBLISHED : July 26, 2023, 18:40 IST
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