पाकुड़। आगामी दीपावली और छठ महापर्व के अवसर पर, जिला दंडाधिकारी मनीष कुमार के निर्देशानुसार जिले में खाद्य प्रतिष्ठानों में व्यापक जांच अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य खाद्य सामग्री की गुणवत्ता सुनिश्चित करना और मिलावटखोरी को रोकना है।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी का निरीक्षण
इस अभियान के तहत, खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी धनेश्वर हेम्ब्रम द्वारा हीरा स्वीट्स, सागर स्वीट्स, और अंबा स्वीट्स का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान मिठाइयों की गुणवत्ता की जांच की गई और मिल्क केक, काजू बर्फी, कलाकंद, और लड्डू का नमूना संग्रहित किया गया।
सागर स्वीट्स में गंदगी की पुष्टि
सागर स्वीट्स में निरीक्षण के दौरान रसगुल्ला में गंदगी पाई गई, जिसे मौके पर ही नष्ट करवा दिया गया। खाद्य प्रतिष्ठान के मालिक को साफ-सफाई के मानकों का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने की सख्त चेतावनी दी गई।
मिलावट की पुष्टि होने पर होगी कार्रवाई
खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि नमूनों की जांच रिपोर्ट आने के बाद अगर मिलावट की पुष्टि होती है, तो खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के तहत कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि कोई भी मिलावट बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
मिठाई विक्रेताओं के लिए निर्देश
सभी मिठाई विक्रेता और उनके कर्मियों को निर्देश दिया गया है कि वे सिर पर हेयर नेट, टोपी, या एप्रन पहनकर ही मिठाई और अन्य खाद्य सामग्री की बिक्री करें। यह कदम उपभोक्ताओं को स्वच्छ और सुरक्षित खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने के उद्देश्य से उठाया गया है।
इस अभियान का उद्देश्य पर्वों के दौरान जिले में बिकने वाली मिठाइयों की गुणवत्ता सुनिश्चित करना है ताकि आम जनता को स्वच्छ और स्वस्थ मिठाई उपलब्ध हो सके।