पाकुड़। स्थानीय पाकुड़ पॉलिटेक्निक, पाकुड़ में भारत रत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या के जयंती एवं अभियंता दिवस के अवसर पर अभियांत्रिकी एवं विज्ञान पर आधारित दो दिवसीय मॉडल प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। जिसमें संस्थान के छात्र एवं छात्राओं द्वारा बनाये गए मॉडल एवं प्रोजेक्ट्स को प्रदर्शित किया गया|
पाकुड़ पॉलिटेक्निक ने इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स के प्रतिभा को बाहर लाने और अपने विचारों को मन से बाजार तक लाने के लिए पहल की है। कॉलेज के छात्र तथा पाकुड़ के अन्य स्कूलों के छात्रों ने मिलकर कार्यशाला में लगभग 40 से अधिक जीवंत एवं ज्ञानदायक मॉडल की प्रदर्शनी कर अपने ज्ञान का अद्भुत परिचय दिया।
पाकुड़ जैसे विकासशील स्थान में इस तरह का समसामयिक प्रदर्शन एवं कार्यक्रम का आयोजन संस्थान में पढने वाले छात्रों की सजगता एवं तकनीकी दक्षता की अद्भुत मिसाल है। यह विशेष दिवस हमारे देश के प्रख्यात अभियंता भारत रत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या के जन्म दिवस 15 सितम्बर को अभियंता दिवस के रूप में मनाया जाता है। आधुनिक भारत के सिंचाई, बांध एवं अन्य असैनिक योजनाओं के निर्माण एवं परिकल्पना का श्रेय भी मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या को जाता है। छात्र-छात्राओं ने अपने अद्भुत प्रयास से अनेक मॉडल प्रदर्शित कर ना सिर्फ अपने ज्ञान-विज्ञान का अपितु पुरे क्षेत्र एवं प्रदेश के बच्चों को एक नयी सोच एवं दिशा प्रदान किया है जिससे प्रेरणा लेकर ये बच्चे भविष्य में भारत के ओद्योगिक विकास में अपना योगदान देने में निश्चित ही सक्षम हो सकेंगें।
दो दिवसीय इस विशेष कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरनवाल द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। उपायुक्त ने भारत रत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या को पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें स्मरण किया एवं अपनी गरिमामयी उपस्थिति से संस्थान एवं छात्रों के मनोबल को प्रोत्साहित करने का कार्य किया।
मुख्य अतिथि उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरनवाल ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि देश का विकाश चाहे जिस क्षेत्र का हो एक अभियंता ही साकार करता है। उन्होंने छात्रों के द्वारा बनाये गय मॉडल्स को सराहते हुए यह कामना की कि संस्थान में अध्ययनरत छत्र आने वाले समय में पाकुड़ जिला एवं पाकुड़ पॉलिटेक्निक का नाम पुरे विश्व में रौशन करें।
कार्यक्रम में उपश्थित प्राचार्य डॉ० ऋषिकेश गोस्वामी ने छात्रों से हर कठिन परिश्थितियों में सकारत्मक भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया तथा यह उम्मीद जताई कि संस्थान में पढ़ रहे छात्र सामाजिक कठिनाइयों को देखते हुए अपने हुनर का सही प्रयोग कर समाज निर्माण में अहम् भूमिका निभाएंगे।
संस्थान के निदेशक अभिजीत कुमार तथा शाशि निकाय की सदस्या रेणुका यशश्वी ने ऑनलाइन जुड़ कर भारत रत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या की जयंती पर उन्हें नमन किया तथा सभी शिक्षकों, कर्मचारियों और छात्रों को संबोधित करते हुए उन्हें एक सफल इंजीनियर बनने के लिए उनके नक्शेकदम पर चलने और समाज के कल्याण के लिए अपने तकनीकी ज्ञान का उपयोग करने का दृढ़ संकल्प लेने के लिए कहा।
इस मौके पर प्रशासनिक पदाधिकारी निखिल चंद्रा, परीक्षा नियंत्रक अमित रंजन एवं सभी शिक्षकगण मौजूद थे।
कार्यक्रम का समापन समारोह दिनांक 17 सितम्बर 2023 को अपराह्न 3 बजे होगा। जिसमें सर्वश्रेष्ठ मॉडल और सभी प्रतिभागियो को मेडल्स और प्रसस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा।
इस अवसर पर संस्थान के सभी व्याख्याताओं ने छात्रों को मॉडल बनाने में हर तकनिकी मदद की तथा उन्हें सफल अभियंता बनने के गुण सिखाये। प्रत्येक वर्ष इस संस्थान में अभियंता दिवस को एक तकनिकी त्यौहार की भांति मनाया जाता हैं जो अपने आप में संस्थान की सजकता की कहानी कहती हैं। यहाँ के छात्र भी भरपूर मेहनत कर अपनी भागीदारी दर्शाते हैं। यह संस्थान AICTE द्वारा मान्यता प्राप्त झारखण्ड में नं०- एक संस्थान का दर्जा प्राप्त किये हुए हैं।
संस्थान के प्रशाशनिक पदाधिकारी निखिल चंद्रा ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए सभी अतिथिगण, सभी अभिभावाकगण, सभी व्याख्यातागण, सभी प्रयोगशाला सहायक एवं विद्यार्थियों को धन्यवाद दिया। कार्यक्रम में संस्थान के परीक्षा नियंत्रक अमित रंजन एवं सभी शिक्षकगण मौजूद रहे।
“इंजीनियरिंग केवल जानने और जानकारी के लिए नहीं है; इंजीनियरिंग केवल विश्लेषण नहीं है; इंजीनियरिंग न केवल विद्यमान है, इंजीनियरिंग समस्याओं के लिए सुरुचिपूर्ण समाधान पाने की शमता का अधिकार है; इंजीनियरिंग तकनीकी परिवर्तन के संगठित बल का अभ्यास करने की तकनीक है।”