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अंकित कुमार सिंह/ सीवान: मौसम विभाग ने सीवान सहित कई जिलों में हीटवेव को लेकर पहले से ही अलर्ट जारी कर रखा है. सीवान में तापमान लगातार 43 से 44 डिग्री के बीच बना हुआ है. हीटवेव की वजह से लोगों की तबीयत भी बिगड़ रहा है. जिसके चलते लोग इलाज के लिए सीवान सदर अस्पताल पहुंच रहे हैं. सदर अस्पताल में मरीजों की भीड़ के चलते बेड फेल हो चका है. इमरजेंसी वार्ड में मरीजों का इलाज करना पड़ रहा है. हालांकि राहत की बात यह है कि जिले में हीटवेव की वजह से अभी तक सिर्फ 3 लोगों की ही मौत का आंकड़ा सामने आया है. चिकित्सकों की माने तो इलाज की वजह से मामला अभी कंट्रोल में है.
50 से अधिक हीटवेव के शिकार लोग पहुंच रहे हैं अस्पताल
बिहार के सीवान में भीषण गर्मी व लू की वजह से आम जनजीवन पूरी तरीके से अस्त-व्यस्त है. इसका सीधा असर लोगों के स्वास्थ्य पड़ रहा है. जिसके चलते जिले के सरकारी अस्पताल के साथ-साथ निजी अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. वहीं अगर सरकारी अस्पतालों की आंकड़े पर ध्यान दें तो इस समय प्रतिदिन 50 से अधिक मरीज हीटवेव से ग्रसित पहुंच रहे हैं. जिनका इलाज अस्पतालों में किया जा रहा है. अस्पताल के डॉक्टरों की माने तो तीनों शिफ्ट में मरीज पहुंच रहे हैं. वहीं तीनों शिफ्ट में दो-दो डॉक्टर तैनात रहते हैं. जिससे परेशानी की बात नहीं है. हालांकि हीटवेव से ग्रसित लोगों के लिए अलग से कोई वार्ड नहीं बनाया गया है.
हीटवेव की वजह से तीन की मौत, पीटीसी दरोगा भी शामिल
सीवान जिले में हीटवेव की चपेट में आने से अब तक 3 से अधिक मरीजों की मौत हो चुकी है. जिसमें पीटीसी दरोगा भी शामिल है. हालांकि मौत का आंकड़ा इससे भी अधिक है. लेकिन स्वास्थ्य विभाग इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है. स्वास्थ विभाग के अनुसार सिर्फ 3 लोगों की मौत बताई जा रही है. हालांकि जिले में 15 से अधिक मरीजों की मौत हीटवेव की वजह से हुई है. लेकिन स्वास्थ्य विभाग इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है.
लक्षण दिखने पर तुरंत सरकारी अस्पतालों में कराए इलाज
सिविल सर्जन डॉ. अनिल कुमार भट्ट ने बताया कि हीटवेव को लेकर स्वास्थ विभाग पहले ही अलर्ट जारी कर चुका है. इसके उपरांत स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा हीटवेव से बचाव को लेकर जागरूकता अभियान भी चलाया गया और लोगों को जागरुक करने का कार्य किया गया. गनीमत है कि जिले में अभी मामला कंट्रोल में है. वहीं इससे निपटने के लिए तीनों शिफ्ट में डॉक्टरों की संख्या 1 से बढ़ाकर 2 कर दी गई है. जिस वजह से बेहतर तरीके से मरीजों का उपचार हो रहा है. उन्होंने बताया कि प्रतिदिन तीनों शिफ्ट में 50 से अधिक मरीज आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि अगर किसी भी मरीज में कोई भी लक्षण दिखे तो तुरंत इलाज कराए.
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FIRST PUBLISHED : June 25, 2023, 20:39 IST
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