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राहुल गांधी ने कहा, “(यात्रा के दौरान) मेरी प्यारी भारत माता कोई भूमि नहीं थी। यह विचारों का समूह नहीं था। यह कोई विशेष इतिहास, धर्म या संस्कृति नहीं थी, न ही यह कोई जाति थी… भारत माता हर एक भारतीय की आवाज है, चाहे वह कितना भी कमजोर या मजबूत क्यों न हो। भारत सभी आवाजों के अंदर छिपी खुशी, डर और दर्द है।”
नयी दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मंगलवार को कहा कि भारत माता हर एक भारतीय की आवाज हैं। उन्होंने स्वतंत्रता दिवस पर अपने संदेश में कन्याकुमारी से कश्मीर तक अपनी 145 दिवसीय ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का उल्लेख किया और अपने अनुभव साझा किए। राहुल गांधी ने कहा, “(यात्रा के दौरान) मेरी प्यारी भारत माता कोई भूमि नहीं थी। यह विचारों का समूह नहीं था। यह कोई विशेष इतिहास, धर्म या संस्कृति नहीं थी, न ही यह कोई जाति थी… भारत माता हर एक भारतीय की आवाज है, चाहे वह कितना भी कमजोर या मजबूत क्यों न हो। भारत सभी आवाजों के अंदर छिपी खुशी, डर और दर्द है।”
कांग्रेस नेता ने कहा, “भारत को सुनने के लिए, मेरी अपनी आवाज, मेरी इच्छाएं, मेरी महत्वाकांक्षाएं खामोश हो गईं। भारत किसी अपने से बात करेगा, लेकिन केवल तभी जब कोई विनम्र और पूरी तरह से चुप हो।” उन्होंने फ़ारसी कवि रूमी को उद्धृत करते हुए कहा, अगर शब्द दिल से आते हैं तो वे दिल में प्रवेश करेंगे।” राहुल गांधी ने पुरानी चोट के कारण अपने घुटने में हुए दर्द का भी जिक्र किया, जो उनकी यात्रा शुरू करने के तुरंत बाद उभर आया था। उन्होंने कहा, “हर बार जब मैं रुकने के बारे में सोचता था, हर बार जब मैं हार मानने के बारे में सोचता था, तो कोई आता था और मुझे यात्रा जारी रखने की ऊर्जा देता था।”
भारत माता हर एक भारतीय की आवाज़ है!
सभी देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। 🇮🇳 pic.twitter.com/Db5NkDwLyd
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 14, 2023
डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।
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