पाकुड़। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली एवं झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, रांची के निर्देशानुसार और राष्ट्रीय महिला आयोग के संयुक्त तत्वाधान में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, पाकुड़, शेष नाथ सिंह के निर्देशन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, पाकुड़ द्वारा एक विधिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम पाकुड़ प्रखंड के सभागार में आयोजित किया गया, जिसमें सचिव अजय कुमार गुड़िया ने मुख्य रूप से उपस्थित होकर इसका संचालन किया।
महिलाओं के कानूनी अधिकारों के प्रति जागरूकता
कार्यक्रम के दौरान, सचिव अजय कुमार गुड़िया ने विधान से समाधान कार्यक्रम के तहत महिलाओं को उनके कानूनी अधिकारों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि महिलाओं को अपने हक और अधिकार के प्रति जागरूक करना अत्यंत महत्वपूर्ण है, ताकि वे किसी भी प्रकार के उत्पीड़न का सामना करने के दौरान अपने अधिकारों का प्रयोग कर सकें। सचिव ने महिला सुरक्षा कानूनों जैसे एसिड अटैक, दुष्कर्म, अपहरण, कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न और घरेलू हिंसा के बारे में विस्तार से बताया। इसके अलावा, उन्होंने महिलाओं के लिए सरकार द्वारा चलाए जा रहे विधिक सहायता और महिला कल्याण योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी।
महिलाओं के खिलाफ उत्पीड़न के खिलाफ जागरूकता
कार्यक्रम में महिलाओं के खिलाफ उत्पीड़न को लेकर भी चर्चा की गई। सचिव ने बताया कि महिलाओं को किसी भी प्रकार के उत्पीड़न का शिकार होने पर हेल्प नंबर 181 पर संपर्क करना चाहिए। इसके अलावा, विधिक सहायता प्राप्त करने के लिए उन्होंने नालसा का टॉल फ्री नंबर 15100 भी साझा किया। सचिव ने कहा कि महिलाओं को इन नंबर्स के माध्यम से अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त करना चाहिए।
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महिला कल्याण योजनाओं की जानकारी दी गई
कार्यक्रम के दौरान, प्रखंड विकास पदाधिकारी समीर अल्फ्रेड मुर्मू ने महिलाओं से संबंधित सरकारी योजनाओं की जानकारी दी और उनसे इन योजनाओं का लाभ उठाने की अपील की। उन्होंने महिलाओं से कहा कि वे सरकार द्वारा संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का पूरा उपयोग करें और अपना जीवन बेहतर बनाएं।
महिला सशक्तिकरण पर जोर
अंचल पदाधिकारी भगीरथ महतो ने महिलाओं की समाज में भूमिका के बारे में चर्चा की और उन्हें समाज में अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि महिलाएं किसी भी समाज की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी हैं और उनका सशक्तिकरण समाज की प्रगति के लिए आवश्यक है।
कानूनी सहायता और जागरूकता पर विशेष ध्यान
मीडिएटर समीर कुमार मिश्रा और राजीव कुमार झा ने महिला उत्पीड़न के मामलों में निःशुल्क कानूनी सहायता की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि महिलाएं अगर किसी भी प्रकार के उत्पीड़न का सामना कर रही हैं, तो वे विधिक सहायता प्राप्त कर सकती हैं। दोनों ने कहा कि महिलाओं को कानून के प्रति जागरूक करना और उनका सशक्तिकरण करना ही इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है।
कार्यक्रम में उपस्थित लोग और योगदान
कार्यक्रम में कई सम्मानित व्यक्तियों ने भाग लिया। इसके अंतर्गत डीएलएसए सचिव अजय कुमार गुड़िया, प्रखंड विकास पदाधिकारी समीर अल्फ्रेड मुर्मू, अंचल पदाधिकारी भगीरथ महतो, मीडिएटर समीर कुमार मिश्रा, राजीव कुमार झा, बीपीआरओ ओम प्रकाश, बीपीओ अजीत मुर्मू, पैरा लीगल वॉलिंटियर्स याकूब अली, नीरज कुमार राउत, जेएसलपीएस की महिलाएं सकीना और दुलाली मंडल समेत कई अन्य लोग उपस्थित रहे। इन सभी ने अपने-अपने तरीके से कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान दिया और महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया।
इस विधिक जागरूकता कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के कानूनी अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाना और उन्हें अपने अधिकारों का उचित प्रयोग करने के लिए प्रेरित करना था। इस प्रकार के कार्यक्रम महिलाओं के लिए सशक्तिकरण और उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित होते हैं। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, पाकुड़ ने इस आयोजन के माध्यम से महिलाओं को कानून के प्रति जागरूक किया और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए उन्हें सही मार्गदर्शन प्रदान किया।