पाकुड़। जिले में अब दिव्यांगजनों को डिजिटल पहचान पत्र प्रदान करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। उपायुक्त मनीष कुमार ने दिव्यांगजनों के यूडीआईडी कार्ड (यूनिक डिसेबिलिटी पहचान पत्र) बनाने के लिए जिले और सभी प्रखंडों में शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। इस पहल का उद्देश्य दिव्यांगजनों को केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का सीधा लाभ दिलाना है।
मेडिकल बोर्ड द्वारा प्रमाण पत्र जारी करने की प्रक्रिया
उपायुक्त ने कहा कि दिव्यांगजनों को यूडीआईडी कार्ड जारी करने के लिए 18 दिसंबर से 20 दिसंबर तक सदर अस्पताल में मेडिकल बोर्ड का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान दिव्यांगजनों की जांच कर प्रमाण पत्र जारी किए जाएंगे, जिनका उपयोग यूडीआईडी कार्ड के लिए किया जा सकेगा। उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि सभी दिव्यांगजनों को समय पर प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया जाए।
सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा यूडीआईडी कार्ड से
यूडीआईडी कार्ड का मुख्य उद्देश्य दिव्यांगजनों को केंद्र और प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाना है। यह कार्ड उनकी पहचान को डिजिटल रूप से सुनिश्चित करेगा, जिससे योजनाओं का लाभ पाने में किसी प्रकार की असुविधा न हो। उपायुक्त ने संबंधित विभागों को निर्देश दिया कि वे इस दिशा में तेजी से कार्यवाही करें और सभी दिव्यांगजनों को इस सुविधा से जोड़ें।
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विद्यालयों में तंबाकू जागरूकता अभियान
उपायुक्त ने तंबाकू जागरूकता को लेकर विशेष निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जिले के सभी विद्यालयों में जागरूकता कैंप आयोजित किए जाएं। इन कैंपों के माध्यम से छात्रों और शिक्षकों को तंबाकू के दुष्प्रभावों के बारे में बताया जाएगा। यह अभियान युवाओं को नशे की लत से बचाने और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करेगा।
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य शिविर
उपायुक्त ने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जिले के सभी विद्यालयों में स्वास्थ्य शिविर लगाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि माइक्रोप्लान तैयार कर सभी बच्चों का स्वास्थ्य जांच सुनिश्चित किया जाए। इस योजना के तहत बच्चों के स्वास्थ्य की नियमित जांच होगी, जिससे बीमारियों का जल्द पता लगाया जा सके और उनका समय पर उपचार हो सके।
अधिकारियों की सहभागिता
बैठक में उपायुक्त के साथ पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार, डॉ. संजय कुमार झा, डॉ. मनीष कुमार और अन्य अधिकारी उपस्थित थे। सभी अधिकारियों ने योजनाओं को सफल बनाने के लिए अपने-अपने स्तर पर कार्य करने का आश्वासन दिया।
दिव्यांगजनों को डिजिटल पहचान पत्र प्रदान करने की यह पहल और तंबाकू जागरूकता अभियान, साथ ही राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, जिले में स्वास्थ्य और सामाजिक कल्याण को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रशासन की यह पहल न केवल दिव्यांगजनों को योजनाओं का लाभ दिलाएगी, बल्कि छात्रों और युवाओं के लिए एक स्वस्थ और सुरक्षित भविष्य का निर्माण भी सुनिश्चित करेगी।