पाकुड़। गोपीनाथपुर ग्राम में स्थानीय ग्रामीणों ने कोलकाता में हुए एक जघन्य दुष्कर्म के बाद हुई हत्या के विरोध में एक जन आक्रोश रैली निकाली। इस रैली का नेतृत्व जिला परिषद सदस्य पिंकी मंडल ने किया, जिसमें सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया। रैली का उद्देश्य डॉक्टर मौमीता देवनाथ के लिए न्याय की मांग करना और उनकी आत्मा की शांति के लिए भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करना था।
ग्रामीणों ने इस रैली में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, जिसमें मातृशक्ति के साथ-साथ बच्चे, युवा और बुजुर्ग सभी शामिल थे। सभी ने एक स्वर में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ अपना रोष व्यक्त किया और उनके नेतृत्व पर सवाल उठाए। ग्रामीणों का कहना था कि ममता बनर्जी की सरकार में महिलाओं की सुरक्षा की स्थिति दयनीय हो गई है, और एक महिला मुख्यमंत्री होने के बावजूद राज्य में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं।
इस अवसर पर जिला परिषद सदस्य पिंकी मंडल ने कहा, “यह घटना अत्यंत दर्दनाक, वीभत्स और पीड़ादायक है। इस घटना के बारे में सुनकर भी दिल दहल जाता है। सोचिए, उस लेडी डॉक्टर ने कितनी घिनौनी और क्रूरतापूर्ण पीड़ा सही होगी। इसके बारे में सोचकर ही मन कांप जाता है। उनके माता-पिता पर कितना असहनीय दुःख आया होगा, जिन्होंने अपनी बेटी को डॉक्टर बनाने के लिए अपना सब-कुछ झोंक दिया।”
पिंकी मंडल ने आगे कहा कि पश्चिम बंगाल की सरकार ने इस मामले में अपराधियों को बचाने के लिए सरकारी तंत्र का दुरुपयोग किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सबूतों को मिटाने की कोशिश की जा रही है, ताकि अपराधियों को सजा से बचाया जा सके। यह स्थिति देश की न्याय प्रणाली और लोकतंत्र पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
इस मौके पर सत्य सनातन संस्था के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अमर ठाकुर ने भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए इस घटना को शर्मनाक बताया। उन्होंने कहा, “यह हमारे समाज और देश के लिए अत्यंत शर्मनाक घटना है। एक महिला डॉक्टर, जिसने अपने जीवन को समाज की सेवा में समर्पित किया, उसके साथ ऐसा घिनौना कृत्य किया गया। यह हमारे समाज के नैतिक पतन को दर्शाता है।”
रैली में सत्य सनातन संस्था के राष्ट्रीय कार्यकारिणी अध्यक्ष सागर चौधरी, जिला अध्यक्ष राहुल कुमार सिंह समेत कई अन्य पदाधिकारी और सदस्य भी शामिल हुए। सभी ने एकजुट होकर डॉक्टर मौमिता देवनाथ के लिए न्याय की मांग की और उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।
रैली के अंत में, सभी उपस्थित लोगों ने मौमिता देवनाथ की आत्मा की शांति के लिए मौन धारण किया और उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर ग्रामीणों ने संकल्प लिया कि वे इस घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों को सजा दिलाने के लिए संघर्ष जारी रखेंगे।
गोपीनाथपुर ग्राम के इस जन आक्रोश ने एक बार फिर देशभर में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताओं को उजागर किया है। ग्रामीणों की मांग है कि सरकार त्वरित कार्रवाई करे और दोषियों को कठोर सजा दिलाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।