धनबाद. झारखंड के एक पूर्व विधायक ने कोर्ट से इच्छामृत्यु की मांग की है. मामला धनबाद से जुड़ा है जहां पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड में भाजपा के टिकट से झरिया के पूर्व विधायक रहे संजीव सिंह साल 2017 से जेल में बन्द हैं. 11 जुलाई 2023 को जेल वार्ड में गिरने से वो गम्भीर रूप से घायल हो गए थे. 11 जुलाई को जेल प्रशासन ने SNMMCH अस्पताल में उनको इलाज के लिये भर्ती कराया था, तब से पूर्व विधायक ऑक्सीजन पर हैं.
पूर्व विधायक की पत्नी सह भाजपा नेत्री रागिनी सिंह ने बेहतर इलाज के लिये निजी अस्पताल ले जाने की मांग न्यायालय व कोर्ट से लगातार की है लेकिन आदेश नहीं मिल पाया है. इस बीच पूर्व विधायक ने मंगलवापर को कोर्ट में पिटीशन देकर इच्छा मृत्यु की मांग कर दी है, साथ ही मृत्यु के पश्चात अपने अंग को किसी जरूरतमंद को देने की अपील की है. पूर्व विधायक के अधिवक्ता मोहम्मद जावेद ने कहा कि संजीव सिंह कई बीमारियों से ग्रसित हैं, जिनका इलाज सरकारी अस्पताल में सम्भव नहीं है. निजी अस्पताल में ले जाने की मांग न्यायालय और जेल प्रशासन से लगातार की गई है.
संजीव के वकील का कहना है कि राज्य सरकार इसका विरोध कर रही है, ऐसी स्थिति में इच्छा मृत्यु की मांग आज कोर्ट से संजीव सिंह ने की है. पूर्व विधायक पत्नी भाजपा नेत्री ने कहा कि अगर उनके पति को जिंदगी नहीं मिल सकती तो मौत दे दी जाये. रिम्स इलाज के लिये मैं अपने पति को नहीं ले जाउंगी. रागिनी ने निजी अस्पताल में संजीव की इलाज की मांग की है और कहा है कि सुरक्षा और बेहतर स्वास्थ्य सुविधा सरकारी अस्पताल में सम्भव नहीं है.
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मालूम हो कि 21 मार्च 2017 को धनबाद के स्टील गेट के समीप पूर्व डिप्टी मेयर और कांग्रेस नेता नीरज सिंह, उनके पीए अशोक यादव, निजी अंगरक्षक मुन्ना तिवारी और ड्राइवर घोलटू की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. इस हत्याकांड को शूटर अमन सिंह ने अपने सहयोगियों के साथ अंजाम दिया था. इस मामले में पूर्व विधायक संजीव सिंह आरोपी हैं और वो 2017 से ही इस हत्याकांड में जेल में बंद हैं.
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