Liquor in Jharkhand: आज के समय में मीडिया या सोशल मीडिया की मदद से हमें नकली शराब से मौत की खबर मिलती ही रहती है. मगर समस्या ये है कि जो लोग शराब का शोक रखते हैं वे असली और नकली शराब में अंतर कैसे पहचाने क्योंकि इनको जो जानकारी मिलती है वह पर्याप्त नहीं होती. आपकी इसी समस्या को देखते हुए एबीपी न्यूज़ ने उत्पाद विभाग के संयुक्त आयुक्त गजेंद्र कुमार सिंह से इस मामले में जानकारी ली है. उन्होंने बताया कि शराब की असली बोतलों में जो बार कोड होता है ठीक उसके नीचे नंबर लिखा होता है जिसे अल्फा न्यूमेरिक नंबर कहा जाता है. जिसमें अंग्रेजी के अक्षर के साथ नंबर साथ में प्रिंट होता है. साथ ही उत्पाद विभाग के लोगो (Logo) को छोड़ अगल-बगल के भाग में पारदर्शिता रखी जाती है.
शराब असली है या नकली कैसे पहचाने?
उन्होंने बताया कि असली बोतल पर 2डी और 3डी के रूप में झारखंड सरकार का लोगो दिखाई पड़ता है. साथ ही इसमें बने होलोग्राम को अगर हिला कर देखा जाए तो एक तरफ अंग्रेजी का अछर E और दूसरी तरफ X दिखाई पड़ेगा. इसमें रोस्टर टेक्स्ट होता है जिसमें फिल्म रखकर देखने पर इसमें JH लिखा दिखाई पड़ेगा, साथ ही इसपर मल्टी लेवल एनिमेटेड इफेक्ट का इस्तेमाल किया जाता है. जब होलोग्राम को हिलाया जाता है तो इसमें उड़ती हुई चिड़िया का इमेज नजर आता है.
असली शराब की बोतलों की पहचान
असली शराब की बोतलों में 2डी बारकोड का इस्तेमाल किया जाता है जो काले रंग का होता है. जिसको अगर स्केन किया जाये तो इसमें से डाटा मिल जाता है. उन्होंने बताया कि झारखंड सरकार ने एक एप्लीकेशन (JSBCL) भी बनाया है. लोग इसे प्ले स्टोर में जाकर अपने स्मार्ट फोन में इंस्टॉल कर सकते हैं. जिसकी मदद से आप शराब की उचित मूल्य का पता भी कर सकते है.
ताजातरीन ख़बरें पाने के लिए हमारे व्हाट्स अप्प्स ग्रुप से जुड़े – क्लीक हेयर
इसे भी पढ़े – 166 साल पुराना है उत्क्रमित प्लस- टू विद्यालय इलामी का इतिहास