जिले में कालाजार नियंत्रण अभियान की शुरुआत
पाकुड़। जिले में कालाजार जागरूकता रथ को बुधवार को समाहरणालय परिसर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस कार्यक्रम में राजमहल लोकसभा क्षेत्र के सांसद विजय कुमार हांसदा, महेशपुर विधायक प्रोफेसर स्टीफन मरांडी, लिट्टीपाड़ा विधायक हेमलाल मुर्मू, उपायुक्त मनीष कुमार, पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार, वन प्रमंडल पदाधिकारी सौरभ चंद्रा, उप विकास आयुक्त महेश कुमार संथालिया, और सिविल सर्जन डॉ. मंटू कुमार टेकरीवाल ने संयुक्त रूप से भाग लिया। जागरूकता रथ को जिले के विभिन्न प्रखंडों और गांवों में भेजा गया ताकि लोगों को कालाजार बीमारी के लक्षण, बचाव और रोकथाम के बारे में जानकारी दी जा सके।
कीटनाशक छिड़काव और बीमारी से बचाव पर जोर
जागरूकता रथ के माध्यम से कीटनाशक छिड़काव के महत्व को समझाया जाएगा। वाहन गांव-गांव जाकर छिड़काव के फायदे, कालाजार बीमारी के लक्षण और इससे बचाव के उपायों के बारे में जानकारी प्रदान करेगा। एसपी नामक कीटनाशक का छिड़काव कालाजार रोकथाम का एक प्रमुख हिस्सा है। प्रचार वाहन यह सुनिश्चित करेगा कि यह अभियान सही ढंग से पूरा हो और इससे जुड़ी जानकारी हर व्यक्ति तक पहुंचे।
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उपायुक्त ने कालाजार के खतरों पर दी जानकारी
कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त मनीष कुमार ने कहा कि कालाजार एक गंभीर बीमारी है, जो समय पर उपचार न मिलने पर घातक हो सकती है। यह बीमारी मादा बालू मक्खी के काटने से फैलती है। जागरूकता रथ के माध्यम से यह बताया जाएगा कि कालाजार से बचाव के लिए क्या कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा कि जिन गांवों में यह बीमारी अधिक फैली हुई है, वहां विशेष रूप से प्रचार अभियान चलाया जाएगा।
स्थानीय ग्रामीणों को किया जाएगा जागरूक
कालाजार जागरूकता रथ का मुख्य उद्देश्य स्थानीय ग्रामीणों को कालाजार नियंत्रण के लिए शिक्षित करना है। इसके तहत ग्रामीणों को यह बताया जाएगा कि कैसे वे अपने घरों और आसपास की जगहों को साफ-सुथरा रखकर बालू मक्खियों की रोकथाम कर सकते हैं। साथ ही, जागरूकता रथ यह भी बताएगा कि बीमारी के शुरुआती लक्षणों को पहचानकर समय पर इलाज करवाना कितना आवश्यक है।
कालाजार के लक्षण और रोकथाम की जानकारी
जागरूकता रथ के माध्यम से लोगों को कालाजार के मुख्य लक्षण जैसे बुखार, वजन कम होना, त्वचा का रंग गहरा होना और थकान के बारे में जानकारी दी जाएगी। साथ ही, यह बताया जाएगा कि नियमित कीटनाशक छिड़काव, व्यक्तिगत स्वच्छता और बालू मक्खियों से बचाव कैसे इस बीमारी को रोकने में मददगार हो सकते हैं।
जिले में कालाजार उन्मूलन के इस व्यापक अभियान के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है। जागरूकता रथ गांव-गांव जाकर कालाजार के खतरों, इसके लक्षणों और बचाव के तरीकों के बारे में जागरूक करेगा। इस पहल से जिले को कालाजार मुक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है, जिससे स्थानीय लोग स्वस्थ और सुरक्षित जीवन जी सकें।