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जमशेदपुरएक घंटा पहले
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श्रम संगठनों का कोल्हान स्तरीय संयुक्त सम्मेलन रविवार को टिनप्लेट वर्कर्स यूनियन सभागार में आयोजित हुआ।
श्रम संगठनों का कोल्हान स्तरीय संयुक्त सम्मेलन रविवार को टिनप्लेट वर्कर्स यूनियन सभागार में आयोजित हुआ। इसकी अध्यक्षता राकेश्वर पांडे, केके त्रिपाठी व बीएन सिंह ने की। इस दौरान घोषणा पत्र में बताया गया- भारत की स्थिति चिंताजनक ही नहीं, बल्कि संकटग्रस्त बनी हुई है। इसके लिए केंद्र सरकार की मौजूदा नीतियां ही जिम्मेदार हैं। केंद्र सरकार की नीतियां न केवल राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था, बल्कि देश की एकता और अखंडता के लिए भी विनाशकारी साबित हुई है।
श्रम संगठनों के कोल्हान संयोजक राकेश्वर पांडे ने कहा- बेरोजगारी बढ़ रही है। रोजगार की गुणवत्ता घट रही है। महंगाई पर काबू पाने में विफलता, मौजूदा श्रम कानूनों का घोर उल्लंघन, कॉरपोरेट हित में नया कानून बनाने की प्रक्रिया, सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में लगातार कटौती से जनता परेशान है।
सम्मेलन में विनाशकारी नीतियों को उजागर करने, इससे देश-जनता को बचाने के लिए वैकल्पिक नीतियों की मांगों के संबंध में संयुक्त प्रचार और कार्रवाई की रूपरेखा तय की गई। इसके तहत जुलाई में सघन जनसंपर्क कार्यक्रम आयोजित होगा। 9 अगस्त को जिला एवं प्रखंड स्तरीय प्रदर्शन के बाद 10 अगस्त को राजभवन (रांची) के समक्ष राज्यस्तरीय महाधरना का आयोजन किया जाएगा।
सम्मेलन में संचालन परविंदर सिंह सोहल ने किया। धन्यवाद ज्ञापन मीरा तिवारी ने किया। सभा को सुब्रत बिश्वास, तुषार बनर्जी, संजय, शशि, संजीव श्रीवास्तव, सुजय राय, ओमप्रकाश सिंह, केके त्रिपाठी, बीएन सिंह, विश्वजीत देव, एसके राय, महेंद्र मिश्रा ने भी संबोधित किया। बैठक में मनोज सिंह, केपी तिवारी, सुशील सिंह, राजेश सिंह राजू, बीरबल सिंह, अंजनी, उषा सिंह, गायत्री देवी, जगदीश नारायण चौबे, ददन सिंह, पिंटू तिवारी, नागराजू, गुप्तेश्वर सिंह समेत इंटक, एटक, सीटू, ऐक्टू, एचएमएस, एआईयूटीयूसी आदि केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के साथ अराजपत्रित कर्मचारी, बैंक, बीमा, डाक, बीएसएनएल, सेल्स प्रमोशन, डीवीसी और रेलवे कर्मचारियों के फेडरेशनों एवं झारखंड वर्कर्स यूनियन के कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
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