पाकुड़। किसानों को सहूलियत और उचित मूल्य प्रदान करने के उद्देश्य से जिला के 20 लैंप्स और पैक्स में धान अधिप्राप्ति प्रक्रिया रविवार से शुरू कर दी गई। इस अवसर पर कालिदास लैंप्स, पाकुड़ में एक विशेष उद्घाटन कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन उपायुक्त मनीष कुमार, पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार, जिला आपूर्ति पदाधिकारी अभिषेक कुमार सिंह, जिला सहकारिता पदाधिकारी चंद्रजीत खलखो, प्रखंड विकास पदाधिकारी समीर अल्फ्रेड मुर्मू, प्रखंड सहकारिता प्रसार पदाधिकारी प्रमोद कुमार और एमओ सुमित कुमार मिश्रा ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया।
किसानों को बिचौलियों से मुक्ति दिलाने का प्रयास
कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त मनीष कुमार ने किसानों को धान अधिप्राप्ति केंद्र के महत्व के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य किसानों को बिचौलियों से बचाना और उन्हें उनके धान का उचित मूल्य दिलाना है। किसानों को सरकार द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य 2300 रुपए प्रति क्विंटल और 100 रुपए बोनस, कुल मिलाकर 2400 रुपए प्रति क्विंटल प्रदान किए जाएंगे।
“धान अधिप्राप्ति केंद्र से किसानों को सीधा फायदा होगा। सरकार का उद्देश्य है कि किसान अपनी उपज को बिना किसी परेशानी के बेच सकें”
धान की बिक्री पर किसानों को त्वरित भुगतान
उपायुक्त ने कहा कि किसानों को धान बेचने के तुरंत बाद 50 प्रतिशत राशि का भुगतान उनके बैंक खातों में किया जाएगा। यह कदम किसानों के लिए आर्थिक राहत का काम करेगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि धान बिक्री प्रक्रिया में किसी प्रकार की अड़चन नहीं आने दी जाएगी और सभी पैक्स कार्यालय समय पर खुले रहेंगे।
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किसानों को मोबाइल मैसेज के माध्यम से बुलाने की व्यवस्था
धान की खरीदारी को सुव्यवस्थित और सरल बनाने के लिए किसानों को मोबाइल मैसेज के माध्यम से सूचना दी जाएगी। किसान इस मैसेज के आधार पर निर्धारित समय पर अपने धान को पैक्स में लेकर आएंगे। उपायुक्त ने कहा कि इससे अनावश्यक भीड़ और अव्यवस्था से बचा जा सकेगा।
किसानों को सुविधा देने के लिए हर संभव प्रयास
कार्यक्रम के दौरान यह सुनिश्चित किया गया कि धान बेचने में किसानों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। इसके लिए सभी केंद्रों पर आवश्यक सुविधाओं का प्रबंध किया गया है। किसानों को अपने धान का सही वजन, तुरंत भुगतान और पारदर्शिता मिले, इसके लिए अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए गए हैं।
धान अधिप्राप्ति केंद्रों का उद्देश्य
धान अधिप्राप्ति केंद्र खोलने का उद्देश्य है:
- किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य दिलाना।
- बिचौलियों के शोषण से बचाना।
- धान बिक्री प्रक्रिया को पारदर्शी और व्यवस्थित बनाना।
- किसानों को उनकी मेहनत का सही फल समय पर देना।
किसानों में खुशी की लहर
धान अधिप्राप्ति केंद्रों के उद्घाटन से किसानों में खुशी की लहर है। किसानों ने सरकार की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह कदम उनके लिए बेहद फायदेमंद होगा। अब वे अपनी फसल को बिना किसी डर या धोखाधड़ी के सही मूल्य पर बेच पाएंगे।
जिला प्रशासन की सक्रियता और प्रतिबद्धता
इस कार्यक्रम के माध्यम से जिला प्रशासन ने अपनी किसान हितैषी नीति को और मजबूत किया है। धान अधिप्राप्ति केंद्रों की स्थापना से न केवल किसानों की आमदनी में सुधार होगा, बल्कि जिले में कृषि अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा। उपायुक्त ने कहा
“हमारा उद्देश्य किसानों को आत्मनिर्भर बनाना और उनकी मेहनत का सही मूल्य दिलाना है”
धान अधिप्राप्ति प्रक्रिया के सफल संचालन के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों को विशेष निर्देश दिए गए हैं। यह पहल जिले में कृषि क्षेत्र के लिए एक नई दिशा प्रदान करेगी।