Wednesday, July 16, 2025
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ऑस्ट्रेलिया में अच्छे पैकेज की नौकरी छोड़ शुरू की टैंक बनाने की फैक्ट्री

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गुलशन सिंह/बक्सर. एक तरफ जहां दुनिया में प्लास्टिक को अभिशाप माना जा रहा है तो वहीं बक्सर के इस युवा के लिए प्लास्टिक वरदान साबित हो रहा है. डुमरांव अनुमंडल के ढ़काइच गांव निवासी श्रीपति नारायण राय के पुत्र संजीत राय बाहर से पढ़ाई पूरी करने के बाद अपने पैतृक गांव में लगभग दो करोड़ की लागत से खुद की फैक्ट्री खड़ी कर 20 लोगों को रोजगार मुहैया करा रहे हैं. जिसकी सराहना पूरे जिले में हो रही है.

संजीत बताते हैं कि उनके यहां प्लास्टिक कचरे को रिसाइकिल कर पानी टैंक का निर्माण किया जाता है. इसके लिए कई तरह की मशीनें लगाई गई है. जिनके माध्यम से हर प्रकार के टैंक कई रंगों में तैयार किया जाता है. इसमें मुख्य रूप से 500 लीटर, 1000 लीटर, 2000 लीटर, 5000 लीटर क्षमता वाले टैंक शामिल है.

कोरोना की वजह से व्यापार में लगा था घाटा
संजीत ने बताया कि फिलहाल दो नाम के ब्रांड से निर्मित टैंक बाजार में बिक्री कर रहे है. एक डोलमेन तो दूसरा व्हेल है. उन्होंने बताया कि गांव से उनका काफी लगाव है, इसलिए पढ़ाई पूरी होने के बाद ऑस्ट्रेलिया में मिली नौकरी को ठुकरा दी और फिर वर्ष 2019 में गांव में टैंक निर्माण के लिए फैक्ट्री स्थापित की. उन्होंने बताया कि गांव व आस-पास के इलाके के युवाओं को रोजगार से जोड़कर उनकी आर्थिक उन्नति करना चाहते है.

उन्होंने बताया कि शुरुआत में जब फैक्ट्री स्थापित की तो कोरोना संक्रमण आ गया. जिससे बिजनेस काफी प्रभावित हुआ और लगभग 70 से 80 लाख तक का नुकसान उठाना पड़ा. हालांकि, इससे हार नहीं माने और अपने पिता से प्रेणना लेकर पुनः वर्ष 2021 में नए सिरे से इन्वेस्टमेंट कर फैक्ट्री को शुरू किया.

फैक्ट्री को चलाने में बिजली की समस्या एक बड़ी चुनौती
संजीत ने बताया कि इसमें प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किए गए पीएमईजीपी योजना का सहयोग लिया था. उन्होंने बताया कि एक टैंक पर 20 फीसदी का मार्जिन मिलता है. कुल मिलाकर महीने में 20 से 25 लाख रुपए कमाई हो जाती है. उन्होंने बताया कि यहां बनने वाले प्रोडक्ट स्थानीय बाजारों के अलावा उत्तरप्रदेश, झारखंड सहित सूबे के कई जिलों में सप्लाई की जाती है.

संजीत राय ने बताया कि फैक्ट्री को चलाने में बिजली की समस्या एक बड़ी चुनौती है. पर्याप्त मात्रा में बिजली उपलब्ध नहीं होने के कारण काफी नुकसान उठाना पड़ता है. विभाग की लापरवाही के कारण बिजली सप्लाई सही से नहीं हो रही है. इसकी शिकायत भी कई बार की जा चुकी है, लेकिन विभाग कोई एक्शन नही लेता है.

Tags: Bihar News, Buxar news, Local18

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