📍 जिला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़ की पहल पर आयोजित जागरूकता कार्यक्रम
पाकुड़, 18 अक्टूबर: झालसा रांची के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार, पाकुड़ के तत्वावधान में एक विधिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन झिकरहाटी (पश्चिम) पंचायत भवन, पाकुड़ सदर में किया गया।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण जनता को कानूनी अधिकारों, निःशुल्क विधिक सहायता योजनाओं, और सामाजिक बुराइयों से मुक्ति के प्रति जागरूक करना था।
कार्यक्रम का आयोजन प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़ शेष नाथ सिंह के निर्देश पर किया गया, जबकि इसकी अध्यक्षता सचिव रूपा बंदना किरो ने की।
🏛️ नालसा की योजनाओं की जानकारी दी गई — डॉन संवाद, जागृति और आशा योजना पर प्रकाश
कार्यक्रम के दौरान सचिव रूपा बंदना किरो ने उपस्थित ग्रामीणों को राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (NALSA) की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
उन्होंने “डॉन संवाद”, “जागृति योजना” और “आशा योजना” जैसे अभियानों के उद्देश्य, लाभ और प्रक्रियाओं की चर्चा करते हुए बताया कि इन योजनाओं का मुख्य लक्ष्य समाज के वंचित, निर्धन और पीड़ित वर्गों को न्याय तक पहुँचाने में मदद करना है।
रूपा बंदना किरो ने कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़ के माध्यम से जरूरतमंद लोग निःशुल्क कानूनी सहायता, परामर्श और न्यायालय में प्रतिनिधित्व जैसी सेवाएं प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने ग्रामीणों को यह भी बताया कि किसी भी प्रकार के अन्याय या विवाद की स्थिति में वे जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से सीधा संपर्क कर सकते हैं।
👩⚖️ कानूनी अधिकारों पर विस्तृत जानकारी — लीगल एड टीम की सक्रिय भूमिका
कार्यक्रम में लीगल एड डिफेंस काउंसिल सिस्टम (LADCS) के डिप्टी चीफ संजीव कुमार मंडल और सहायक अजफर हुसैन विश्वास ने संयुक्त रूप से ग्रामीणों को उनके संवैधानिक और कानूनी अधिकारों के बारे में जागरूक किया।
उन्होंने महिलाओं, बच्चों, वरिष्ठ नागरिकों और श्रमिकों से संबंधित कानूनों की विस्तृत जानकारी दी और बताया कि नालसा और झालसा की पहलें न्याय प्रणाली को आम जनता तक पहुंचाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं।
संजीव कुमार मंडल ने कहा कि कानूनी जानकारी का अभाव लोगों को कई बार अन्याय सहने पर मजबूर कर देता है, इसलिए ऐसे कार्यक्रम कानूनी सशक्तिकरण का आधार बनते हैं।
🚫 बाल विवाह और नशा मुक्ति पर दिया गया विशेष संदेश
सहायक अजफर हुसैन विश्वास ने अपने संबोधन में बाल विवाह, नशा मुक्ति और महिला सशक्तिकरण पर विशेष रूप से चर्चा की।
उन्होंने कहा कि बाल विवाह समाज के विकास में एक बड़ी बाधा है और इसे रोकने के लिए समाज के प्रत्येक व्यक्ति की जिम्मेदारी है। वहीं, नशे की लत न केवल स्वास्थ्य को नुकसान पहुँचाती है, बल्कि यह परिवार और समाज दोनों के लिए विनाशकारी होती है।
ग्रामीणों को स्वस्थ और सशक्त समाज के निर्माण के लिए इन बुराइयों से दूर रहने की अपील की गई।
🫱🫲 स्थानीय प्रतिनिधियों और ग्रामीणों की सक्रिय भागीदारी
इस अवसर पर पंचायत के मुखिया मुकुल शेख, पीएलवी चंद्र शेखर घोष, खुदु राजवंशी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।
सभी प्रतिभागियों ने कार्यक्रम की सराहना की और कहा कि ऐसे जागरूकता अभियान ग्रामीणों में कानूनी समझ और आत्मविश्वास को बढ़ाने में मददगार साबित हो रहे हैं।
🌟 कार्यक्रम का उद्देश्य — न्याय और जागरूकता हर घर तक पहुँचे
कार्यक्रम का मुख्य संदेश था कि कानून केवल अदालतों तक सीमित नहीं, बल्कि यह आम लोगों के जीवन से जुड़ा हुआ है।
जिला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़ की यह पहल समाज के अंतिम व्यक्ति तक न्याय और विधिक ज्ञान पहुँचाने की दिशा में एक सराहनीय कदम है।