पाकुड़। सदर अस्पताल सोनाजोड़ी में इलाजरत सदर प्रखंड के संग्रामपुर निवासी सायेका बीबी को कोलोलैथीसीस नामक बीमारी से जूझना पड़ रहा है। इस बीमारी की गंभीरता को देखते हुए डॉक्टरों ने तुरंत उपचार की सलाह दी है। सायेका बीबी के शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी होने के कारण डॉक्टरों ने उन्हें ए पॉजिटिव रक्त चढ़ाने की आवश्यकता बताई।
लाइफ सेवियर्स समूह की तत्परता
मरीज के परिजन खून की आवश्यकता को लेकर चिंतित थे, जिसके चलते उन्होंने रक्तदान की व्यवस्था के लिए लाइफ सेवियर्स समूह से संपर्क किया। समूह के सक्रिय सदस्य हसीबुल शेख ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए इस जरूरत को समझा और समूह के अन्य सदस्यों के बीच इसकी जानकारी साझा की। इसके बाद हसीबुल ने सदर प्रखंड के संग्रामपुर निवासी बच्चू रजक से संपर्क किया, जो पहले से ही कई बार रक्तदान कर चुके हैं।
बच्चू रजक ने 15वीं बार किया रक्तदान
समाजसेवा की भावना से प्रेरित बच्चू रजक ने बिना किसी हिचकिचाहट के रक्तदान के लिए सहमति जताई। वे तुरंत रक्त अधिकोष पहुंचे और सायेका बीबी के लिए रक्तदान किया। यह बच्चू रजक का 15वां रक्तदान था, जो उनके समाज के प्रति समर्पण और जिम्मेदारी को दर्शाता है। उनके इस योगदान ने न केवल सायेका बीबी की जान बचाने में मदद की, बल्कि दूसरों को भी प्रेरित किया है कि वे भी इस प्रकार के मानवतावादी कार्यों में हिस्सा लें।
समूह के अन्य सदस्य भी रहे मौजूद
रक्तदान के इस महत्वपूर्ण मौके पर लाइफ सेवियर्स समूह के सह अध्यक्ष अब्दुर रब (साहिद) और सदस्य साहिद शेख तथा गुलाब शेख भी उपस्थित रहे। इसके साथ ही रक्त अधिकोष के कर्मचारी नवीन कुमार ने भी रक्तदान प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा करने में सहायता प्रदान की। समूह के इन सभी सदस्यों ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि समाज की सेवा और जरूरतमंदों की मदद में वे हमेशा आगे रहते हैं।
रक्तदान का महत्व और समाजसेवा
रक्तदान एक ऐसा कार्य है जो किसी की जान बचा सकता है। बच्चू रजक जैसे लोग समाज के लिए प्रेरणास्त्रोत बनते हैं, जो समय-समय पर जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आते हैं। 15वीं बार रक्तदान करके बच्चू रजक ने यह सिद्ध कर दिया कि जीवन में दान और सहायता की भावना सर्वोपरि है।
लाइफ सेवियर्स समूह और इसके सदस्यों ने जिस तत्परता और समर्पण के साथ सायेका बीबी की मदद की, वह प्रशंसनीय है। इस घटना ने समाज के सभी वर्गों के लोगों को यह संदेश दिया है कि हमें एक-दूसरे की मदद के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। रक्तदान जैसे छोटे-से काम से किसी की जिंदगी बचाई जा सकती है।