पाकुड़। जिले में कुष्ठ रोग उन्मूलन और जागरूकता अभियान को बढ़ावा देने के लिए समाहरणालय सभागार में एक विशेष बैठक का आयोजन किया गया। यह बैठक उपायुक्त मनीष कुमार की अध्यक्षता में हुई, जिसमें स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान 2025 और कुष्ठ रोगी खोज अभियान 2024-2025 (द्वितीय चक्र) के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन पर चर्चा की गई। बैठक में अभियान से जुड़े कई विभागीय अधिकारियों और कर्मियों ने भाग लिया।
30 जनवरी से 14 फरवरी तक चलाया जाएगा विशेष अभियान
बैठक में उपाधीक्षक, सदर अस्पताल डॉ. मनीष कुमार ने बताया कि 30 जनवरी से 14 फरवरी 2025 तक जिले में घर-घर जाकर कुष्ठ रोगियों की पहचान की जाएगी। इस अभियान का उद्देश्य न केवल रोगियों का चिन्हीकरण और इलाज सुनिश्चित करना है, बल्कि जनता को इस बीमारी के लक्षण, पहचान और इलाज के प्रति जागरूक करना भी है। कुष्ठ रोग के प्रति गलत धारणाओं को दूर करना और सही उपचार की जानकारी देना अभियान का मुख्य उद्देश्य रहेगा।
शपथ दिलाकर जागरूकता बढ़ाने पर जोर
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बैठक के दौरान उपायुक्त ने उपस्थित सभी अधिकारियों और कर्मियों को कुष्ठ रोग से लड़ने की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि कुष्ठ रोग एक साध्य बीमारी है, लेकिन इसके प्रति जागरूकता की कमी के कारण कई लोग समय पर इलाज नहीं करा पाते। उन्होंने अभियान में शामिल कर्मियों से इस बात पर जोर देने को कहा कि कोई भी रोगी इलाज से वंचित न रहे।
विभागों के बीच समन्वय का निर्देश
बैठक में उपायुक्त ने शिक्षा विभाग, पंचायती राज विभाग, जेएसएलपीएस और सहिया को आपसी समन्वय के साथ काम करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि हर विभाग को अपने स्तर पर अभियान को सफल बनाने में सहयोग देना होगा। पंचायत स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम, स्कूलों में स्वास्थ्य शिक्षा और सहिया कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर संपर्क अभियान को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए गए।
जागरूकता के लिए विशेष प्रयास
कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए विशेष जागरूकता गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। इनमें नुक्कड़ नाटक, सामुदायिक बैठकों, स्कूलों में स्वास्थ्य शिक्षा और प्रचार सामग्री के माध्यम से लोगों को कुष्ठ रोग के प्रति जागरूक किया जाएगा। जनता को यह संदेश दिया जाएगा कि कुष्ठ रोग साध्य है और इसका सही इलाज संभव है।
बैठक में शामिल अधिकारी
बैठक में जिला पंचायती राज पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, उपाधीक्षक सदर अस्पताल, जिला कुष्ठ पदाधिकारी और सभी एमओआईसी समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे। इन सभी ने अभियान को सफल बनाने के लिए अपने-अपने सुझाव दिए और अभियान में सक्रिय भागीदारी का संकल्प लिया।
कुष्ठ रोग उन्मूलन की दिशा में बड़ा कदम
स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान और कुष्ठ रोगी खोज अभियान के जरिए जिले में कुष्ठ रोग उन्मूलन की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। यह अभियान न केवल रोगियों को इलाज का अवसर देगा, बल्कि समाज में इस बीमारी से जुड़े मिथकों को दूर करने में भी सहायक होगा।