छात्रों ने निभाई सामाजिक जिम्मेदारी, दिया तंबाकू मुक्त जीवनशैली का संदेश
पाकुड़, 31 मई 2025: विश्व तंबाकू निषेध दिवस 2025 के अवसर पर पाकुड़ पॉलिटेक्निक के छात्रों ने एक जन-जागरूकता अभियान चलाकर तंबाकू के दुष्प्रभावों के प्रति आम लोगों को जागरूक किया। इस अभियान के माध्यम से छात्रों ने तंबाकू-मुक्त जीवनशैली को बढ़ावा देने के साथ-साथ सामाजिक उत्तरदायित्व का एक बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत किया।
छात्रों की यह पहल यह दर्शाती है कि वे सिर्फ तकनीकी शिक्षा तक सीमित नहीं हैं, बल्कि एक सजग, संवेदनशील और जिम्मेदार नागरिक के रूप में समाज को दिशा देने का भी कार्य कर रहे हैं।
निखिल चंद्र की पहल और निदेशक अमिया रंजन बड़ाजेना के सहयोग से अभियान को मिली गति
इस प्रेरणादायक कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य प्रशासनिक पदाधिकारी निखिल चंद्र की पहल पर हुई, जिसे संस्थान के निदेशक अमिया रंजन बड़ाजेना का उत्साहवर्धक मार्गदर्शन और समर्थन प्राप्त था। दोनों पदाधिकारियों ने तंबाकू सेवन के दुष्प्रभावों को लेकर स्थानीय समुदाय को शिक्षित करने हेतु इस अभियान को आगे बढ़ाने की योजना बनाई।
निदेशक अमिया रंजन बड़ाजेना ने छात्रों को ऑनलाइन संदेश के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि इस प्रकार के जागरूकता अभियान न केवल समाज में स्वास्थ्य चेतना लाते हैं, बल्कि युवा वर्ग को नैतिक और सामाजिक मूल्यों से भी जोड़ते हैं।
रचनात्मक तरीकों से जागरूकता फैलाने में छात्रों ने दिखाई रचनात्मकता
अभियान के दौरान छात्रों ने तंबाकू निषेध विषयक स्लोगन, सूचनात्मक पोस्टर, और तख्तियाँ तैयार कीं, जिनके माध्यम से उन्होंने जन-जन तक तंबाकू के खतरों से जुड़ी जानकारी पहुंचाई। उन्होंने स्थानीय नागरिकों से सीधा संवाद कर उन्हें तंबाकू से होने वाले स्वास्थ्य जोखिमों जैसे कैंसर, हृदय रोग, श्वसन तंत्र की समस्याएं, आदि के बारे में अवगत कराया।
छात्रों ने बताया कि एक छोटी सी लत किस प्रकार व्यक्ति और उसके पूरे परिवार के जीवन को प्रभावित करती है। उन्होंने तंबाकू सेवन छोड़ने के लाभों पर भी प्रकाश डाला, जिससे लोग एक स्वस्थ, सक्रिय और सकारात्मक जीवन जी सकें।
प्रतियोगिता के जरिए छात्रों की प्रतिभा को दिया गया मंच
इस जागरूकता अभियान के अंतर्गत एक पोस्टर और तख्ती निर्माण प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रतियोगिता में:
- प्रथम स्थान पर पियूष सिंह
- द्वितीय स्थान पर नंदनी कुमारी
- तृतीय स्थान पर सुबोध कुमार साहा
को विजेता घोषित किया गया। ये सभी प्रतिभाशाली छात्र प्रथम वर्ष के विद्युत इंजीनियरिंग विभाग से हैं। प्रतियोगिता ने न केवल रचनात्मक अभिव्यक्ति को प्रोत्साहित किया, बल्कि स्वास्थ्य जागरूकता को सशक्त माध्यम के रूप में स्थापित किया।
स्थानीय समुदाय का सकारात्मक सहयोग
स्थानीय नागरिकों ने छात्रों के इस प्रयास की सराहना की और तंबाकू के खिलाफ इस सामूहिक जागरूकता अभियान को एक जरूरी सामाजिक पहल करार दिया। लोगों ने कहा कि इस प्रकार के अभियान नई पीढ़ी में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में बेहद असरदार साबित हो सकते हैं।
छात्रों के कार्य से प्रभावित होकर कुछ लोगों ने तंबाकू छोड़ने का संकल्प भी लिया, जो इस अभियान की वास्तविक सफलता को दर्शाता है।
पाकुड़ पॉलिटेक्निक: तकनीकी शिक्षा के साथ सामाजिक सेवा के प्रति समर्पित
पाकुड़ पॉलिटेक्निक ने एक बार फिर सिद्ध किया है कि यह संस्थान केवल तकनीकी दक्षता के लिए नहीं, बल्कि समाज के प्रति जिम्मेदार और जागरूक नागरिकों के निर्माण के लिए भी प्रतिबद्ध है।
संस्थान निरंतर छात्रों को पर्यावरण जागरूकता, सामाजिक सेवा, और नैतिक मूल्यों के प्रति सजग बनाते हुए एक समग्र व्यक्तित्व विकास की दिशा में कार्य कर रहा है।
नशामुक्ति की दिशा में युवाओं का सशक्त कदम
विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर पाकुड़ पॉलिटेक्निक के छात्रों द्वारा चलाया गया यह जागरूकता अभियान नशामुक्त समाज के निर्माण की दिशा में एक मजबूत कदम है। इस पहल ने यह दिखा दिया कि जब युवा पीढ़ी समाजहित में एकजुट होती है, तो वे जन चेतना को दिशा देने का सामर्थ्य रखते हैं।
इस तरह के प्रयासों से उम्मीद की जा सकती है कि आने वाले समय में तंबाकू मुक्त भारत की कल्पना को साकार करना संभव होगा — और इसकी नींव आज के सजग छात्र और जिम्मेदार संस्थान ही रखेंगे।