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आदिवासी और सीपीआई-एम नेता सुभाष मुंडा के समर्थक उनके अंतिम संस्कार जुलूस में हुए शामिल।
– फोटो : PTI
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भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के नेता की रांची में हत्या के विरोध में विभिन्न आदिवासी संगठनों द्वारा आहूत बंद का गुरुवार को मिला-जुला असर दिखा। पुलिस ने बताया कि घटना की छानबीन के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नागरी थाना क्षेत्र में बुधवार की शाम बाइक सवार बदमाशों द्वारा गोली मार कर माकपा नेता सुभाष मुंडा की हत्या किए जाने के बाद थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है।
घटना राज्य की राजधानी रांची के दलदली चौक पर हुई। रांची बंद को प्रभावी बनाने और हमलावरों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग को लेकर विभिन्न संगठनों से जुड़े सैकड़ों आदिवासी गुरुवार को सड़कों पर उतरे। प्रदर्शनकारियों ने शहर में विभिन्न स्थानों पर सड़कें अवरुद्ध कर दीं और अपना गुस्सा व्यक्त करने के लिए टायर जलाए, जिससे शहर के कुछ हिस्सों में वाहनों की आवाजाही बाधित हुई।
एक आदिवासी कार्यकर्ता कुंद्रेशी मुंडा ने कहा, इस घटना ने राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति को उजागर कर दिया है। बिना डर के बंदूकधारी मुंडा के कार्यालय में घुस गए और उनपर गोलियां चलाईं। हम दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हैं। बड़ी संख्या में आदिवासियों के सड़कों पर उतरने के कारण नगरी ब्लॉक, कटहल और पिस्का मोड़ और अरगोड़ा चौक पर सामान्य जनजीवन आंशिक रूप से प्रभावित हुआ।
आदिवासी कार्यकर्ताओं ने धमकी दी कि अगर प्रशासन अगले 12 घंटे में हमलावरों को गिरफ्तार करने में नाकाम रहता है तो वे लोग प्रदर्शन तेज करेंगे और पूरे झारखंड बंद का आह्वान करेंगे। रांची ग्रामीण क्षेत्र के पुलिस अधीक्षक (एसपी) नौशाद आलम ने कहा, मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है। वह कई सूचनाओं के आधार पर जांच कर रही है। हमलावरों को जल्द पकड़ लिया जाएगा। घटना के बाद नगरी थाने के प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। एसपी ने बताया कि फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला टीम से मौके से साक्ष्य और नमूने एकत्र करने का अनुरोध किया गया है। उन्होंने बताया कि सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया जा रहा है।
भारतीय जनता पार्टी की झारखंड इकाई के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर झामुमो-नीत सरकार पर निशाना साधा। माकपा के राज्य सचिव प्रकाश विप्लव ने बताया कि मुंडा अपने कार्यालय में थे, वहीं घुसकर हमलावरों ने उन्हें सात गोलियां मारीं।
घटना के बाद इलाके में बुधवार की शाम भीड़ हिंसक को कई और गुस्से से भरे स्थानीय लोगों ने दुकानों और वाहनों में तोड़फोड़ की, सड़कें जाम कर दीं और कुछ झोपड़ियों में आग लगाने का प्रयास भी किया। क्षेत्र में अतिरिक्त बलों की तैनाती के बाद बुधवार देर हालात पर काबू पाया जा सका। पुलिस ने बताया कि माकपा नेता के शव का पोस्टमार्टम कराया गया है।
माकपा के राज्यसचिव विप्लव ने कहा कि पोस्टमार्टम के बाद माकपा नेता के शव को गुरुवार सुबह मेन रोड स्थित पार्टी कार्यालय में रखा गया। वहां से उसे दलदली चौक ले जाया गया जहां सैकड़ों लोग जमा हो गए। उन्होंने बताया कि अंतिम संस्कार से पहले उनके पार्थिव शरीर को उनके आवास पर भी ले जाया गया। विप्लव ने बताया कि पार्टी घटना के विरोध में राज्य के सभी जिलों में विभिन्न आदिवासी संगठनों के साथ मिलकर प्रदर्शन कर रही है। रांची ग्रामीण के एसपी ने बताया, स्थिति नियंत्रण में है। अवरूद्ध सड़कों को खाली करा लिया गया है और शव को अंतिम संस्कार के लिए भेज दिया गया।
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