[ad_1]
नाग पंचमी के मौके पर काल सर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए पूजा भी की जाती है। इस दिन की गई पूजा का फल सर्वश्रेष्ठ मिलता है। हालांकि कुछ ऐसे काम भी होते हैं जो इस दिन नहीं करने चाहिए। अगर इन कार्यों को किया जाए तो कई वर्षों तक नहीं बल्कि पीढ़ियों तक दोष लगता है।
नाग पंचमी का त्योहार इस वर्ष 21 अगस्त 2023 को मनाया जाएगा। नाग पंचमी का त्योहार इस दिन सावन के सातवें सोमवार पर पड़ रहा है, जो बेहद शुभ संयोग है। नाग पंचमी का त्योहार नाग देवता को समर्पित है। नाग देवता की इस दिन खास तौर से पूजा भी की जाती है।
गौरतलब है कि नाग देवता की पूजा का हिंदू धर्म में विधान है। ये हमारी संस्कृति और परंपरा का हिस्सा हैं। हर वर्ष सावन महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को ही नाग देवता को पूजते हुए नाग पंचमी मनाई जाती है। इस दिन का विशेष महत्व है क्योंकि नाग देवता वासुकी को भगवान शंकर ने अपने गले में धारण भी किया है।
नाग पंचमी के मौके पर काल सर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए पूजा भी की जाती है। इस दिन की गई पूजा का फल सर्वश्रेष्ठ मिलता है। हालांकि कुछ ऐसे काम भी होते हैं जो इस दिन नहीं करने चाहिए। अगर इन कार्यों को किया जाए तो कई वर्षों तक नहीं बल्कि पीढ़ियों तक दोष लगता है।
ये है मुहूर्त
सावन शुक्ल पंचमी तिथि की शुरुआत- 21 अगस्त, सुबह 12.21
सावन शुक्ल पंचमी तिथि की समाप्ति- 22 अगस्त, प्रात: दो बजे तक रहने वाली है
पूजा मुहूर्त – 21 अगस्त, सुबह 05.33 बजे से सुबह 08.30 बजे तक
नाग पंचमी पर पूजा का लाभ
– नाग पंचमी पर सर्पों की पूजा करनी चाहिए। ऐसा करना बेहद शुभ होता है और इसका लाभ भी मिलता है। भविष्य पुराण के मुताबिक अगर किसी व्यक्ति की मृत्यु सांप के काटने से हुई हो तो उनकी सद्गति नहीं होती है। उन्हें मोक्ष नहीं मिलता है। नाग पंचमी के मौके पर नाग देवता की पूजा करने पर सांप के डसने का डर नहीं होता है। वहीं अकाल मृत्यु के होने से भी मुक्ति मिलती है।
– ब्रह्मपुराण के मुताबिक ब्रह्मा जी ने सर्पों को नाग पंचमी के मौके पर ही वरदान दिया था कि उन्हें पूजा जाएगा। इस दिन अनंत, वासुकी, तक्षक, कारकोटक और पिंगल नाग की पूजा की जाती है। कालसर्प दोष, राहु-केतु दोष से मुक्ति पाने के लिए इनकी पूजा बेहद अहम मानी जाती है।
नाग पंचमी पर न करें ये काम
– वैसे तो नागों को कभी भी नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए। खासतौर पर हिंदू धर्म में नागों को देवता माना गया है। वहीं नाग पंचमी के दिन सर्पों को कष्ट नहीं पहुंचाना चाहिए। अगर कोई ऐसा करता है तो उसे कई पीढ़ियों तक दोष भुगतना पड़ता है।
– कई वंशजों को नुकसान भी होता है। इस दिन जमीन की खुदाई का काम नहीं करना चाहिए। मिट्टी और जमीन में सांपो का बिल होता है। ऐसे में अगर इस दिन खुदाई का काम किया जाए तो इनके टूटने का डर रहता है। अगर ऐसा होता है तो कई वंशों तक इसका दोष लगता है। कहा जाता है कि सांपों को नुकसान पहुंचाने से संतान सुख नहीं मिलता है।
– अगर पूजा करने के दौरान कोई गलती कर ली जाए तो भी दोष लगता है। जीवित सांपों को दुध नहीं पिलाना चाहिए। सांपों के लिए दूध जहर माना जाता है। सांपों को दूध पिलाने की जगह उनकी प्रतिमा को ही दूध अर्पित करना चाहिए।
– इस दिन नुकीली और धारदार वस्तुओं का उपयोग नहीं करना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है।
– इस दिन तवा और लोहे की कड़ाही में काम नहीं करना चाहिए। दरअसल हिंदू मान्यताओं के मुताबिक जिस तवे पर रोटी बनती है उसे नाग का फन माना जाता है। ऐसे में उस दिन तवे का उपयोग नहीं किया जाता है।
[ad_2]
Source link