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मो.महमूद आलम/नालंदा. आजकल विरोध का तरीका बदलते जा रहा है. अब लोग विरोध गीत गाकर करते हैं. नालंदा में भी आशा के द्वारा ऐसा ही विरोध किया गया. दरअसल, बिहार में आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा 14 सूत्रीय मांगों को लेकर 15 दिनों से प्रदर्शन चल रहा है. इसी क्रम में नालंदा में जिले भर कीआशा कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर और सबसे पहले सीएस कार्यालय और उसके बाद समाहरणालय का घेराव करने पहुंची, लेकिन उससे पहले एक आशा वर्कर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर गीत गाकर अपनी मांग पूरा करने की बात रखी. जिसे आप इस गीत में माध्यम से सुन सकते हैं.
काहे ला सीएम साहेब कैला आशा के बहालिया…
आशा द्वारागीत “काहे ला सीएम साहेब कैला आशा के बहालिया…बिना वेतनमा के कैसे करब अब नौकरिया” जो खूब सुर्खियां बटोर रही है. इस गीत कोमौसमी कुमारी ने गाया है.वह नूरसराय प्रखंड के धर्मपुर गांव की रहने वाली हैं. उन्होंने कहा कि 17 जुलाई से आशा कार्यकर्ताओं अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है. सदर अस्पताल से पैदल मार्च करते हुए आशा कार्यकर्ता समाना तक पहुंची. जहां जिलाधिकारी को 14 सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा. इस दौरान आशा कार्यकर्ताओं ने सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी भी की.
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आशा की यह है मांग
आशा ने गीत गाने के बाद अपनी मांग बताई. इसमें स्वास्थ वैक्सीन कुरियर को सरकारी कर्मचारी का दर्जा, स्वास्थ्य सिंह कुरियर को 25000 रुपया का मानदेय, स्वास्थ्य वैक्सीन पुलिस को कार के अनुभव के आधार पर स्वास्थ्य विभाग के रिक्त पदों पर समायोजन किया जाए, स्वास बॉक्सिंग कुरियर को नई बहाली में प्रथम प्राथमिकता देते हुए नियुक्त किया जाए, बीमा, सभी प्रकार कीबकाए राशि का भुगतान, स्वास्थ्य केंद्र में नियमित आशा भक्तों को आशाओं को उपलब्ध कराया जाए. शेष बचे स्वास्थ्य केंद्र में भी आशा भवनाें को आशाओं को उपलब्ध कराया जाए.जब तक सरकार हमारी मांगों को नहीं मानेगी तब तक सरकार के खिलाफ़ प्रदर्शन जारी रखेंगे.
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Tags: Bihar News, Local18, Nalanda news
FIRST PUBLISHED : August 03, 2023, 23:54 IST
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