गिरिडीह. झारखंड के गिरिडीह जिले में पानी के तेज बहाव में तीन युवक के बह जाने का मामला सामने आया है. घटना गिरिडीह के बरगंडा उसरी पुल पर बनाए गए नया पुल के समीप की है. मामले में हैरान करने वाली जानकारी यह सामने आई कि हजारीबाग के तीनों बेंगाबाद से वापस अपने घर की और लौट रहे थे और तीनों बाइक पर सवार थे. वापसी में गूगल मैप का सहारा लेकर चल रहे थे, लेकिन गिरिडीह कॉलेज के बाद मैप ने दो रास्ता दिखाया तो ये लोग गलत दिशा में पुरानी पुल की तरफ बढ़ गए. यहां आते ही तीनों को रास्ता नहीं दिखा इसी क्रम में बड़ी घटना घट गई और तीन दोस्तों की जान चली गई.
बताया जाता है कि रात हजारीबाग के तीन युवक शंकर, मनीष और आनंद बेंगाबाद से हजारीबाग के जाने के क्रम में नया पुल के समीप पहुंच गए. इस दौरान जब तीनों को आगे जाने के लिए कोई रास्ता नहीं मिला और नया पुल बनते देख सबसे पहले शंकर ने बाइक से उतर कर नदी में उतर कर पानी का धारा नापने लगा. इसी दौरान शंकर पानी के तेज बहाव में बह गया. शंकर को पानी के तेज बहाव में बहते देख उसके दो अन्य साथी मनीष और आनंद भी पानी में उतर गए और शंकर की खोजबीन करने लगे. इसके बाद मनीष और आनंद भी पानी के तेज बहाव में बह गए. किसी तरह शंकर ने तैरकर अपनी जान बचाई लेकिन मनीष और आनंद पानी के तेज बहाव में बह गया.
इधर मामले की जानकारी मिलने के बाद मुफस्सिल थाना प्रभारी और नगर थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली. फिलहाल लापता दोनों युवक मनीष और आनंद की खोजबीन के लिए खंडोली से गोताखोर की टीम को बुलाया गया जो लगातार दोनों युवकों की तलाश कर रही है. वहीं घटनास्थल पर काफी संख्या में लोगों की भीड़ जुट गई.
बताया जाता है कि रविवार की रात को हजारीबाग के तीन युवक आनंद चौरसिया, मनीष मेहता व शंकर कुमार मेहता बेंगाबाद से वापस अपने घर की और लौट रहे थे. तीनों बाइक पर सवार थे और गूगल मैप का सहारा लेकर चल रहे थे. गिरिडीह कॉलेज के बाद मैप ने दो रास्ता दिखाया तो ये लोग पुरानी पुल की तरफ आ गए, जिसका निर्माण कार्य चल रहा है. यहां आते ही तीनों को रास्ता नहीं दिखा. ऐसे में सबसे पहले शंकर बाइक से उतर कर नदी की धार को नापने की कोशिश करने लगा और इसी क्रम में वह बह गया.
शंकर को बहता देख उसके दोनों साथी आनंद और मनीष भी नदी में उतर गए. दोनों शंकर को खोजने लगे लेकिन तेज धार ने इन दोनों को भी बहाना शुरू कर दिया. शंकर तो तैर कर बाहर निकल गया, लेकिन मनीष तथा आनंद का कुछ भी पता नहीं चल सका. शंकर के मुताबिक जब वह पानी में गुम हो गया तो मनीष तथा आनंद ने एक बार खोज लिया. तीनों एक स्थान पर मिले भी, लेकिन धार ने फिर से दोनों को बहा दिया. उसने अपने दोनों दोस्तों को काफी खोजा पर पता नहीं चला. वह तैर कर बाहर निकलने में कामयाब रहा.
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