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अनंत कुमार/गुमला. गुमला में बंध्याकरण के बाद भी एक महिला गर्भवती हो गई और उसने एक बच्ची को जन्म दिया. इस महिला के पहले से 3 बच्चे हैं. अब इस दंपति ने चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाया है और बच्ची के भरण-पोषण के लिए मुआवजे की मांग की है.
यह मामला गुमला जिला के सिसई प्रखंड का है. यहां के बरगांव जिंदाटोली गांव में आरती देवी और बुधराम महली रहते हैं. पीड़ित दंपति ने बताया कि 3 बच्चों के जन्म के बाद सिसई रेफरल अस्पताल में 21 जुलाई 2022 को आरती देवी ने अपनी नसबंदी कराई. दंपति का आरोप है कि उस वक्त उन्हें प्रोत्साहन राशि भी नहीं दी गई थी. नसबंदी के एक महीने बाद आरती देवी अपने पति के साथ ईंट भट्ठे पर मजदूरी करने बनारस चली गई. इसी दौरान वह गर्भवती हुई. हालांकि शुरुआती चार महीने उसे लगा कि बंध्याकरण के कारण शायद मासिक रुकी हो. लेकिन पांचवें व छठे महीने आते-आते पेट दिखने लगा. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र केराकत जौनपुर में जांच कराने पर गर्भवती होने की जानकारी मिली.
इस जोड़े ने बताया कि वे वहां से घर लौटना चाहते थे, लेकिन रोजी-रोटी के कारण नहीं लौट सके. 26 मार्च 2023 को स्वास्थ्य केंद्र में बच्ची को जन्म हुआ. पति ने कहा कि गरीबी के कारण बच्चों के लालन-पालन में परेशानी को देखते हुए बंध्याकरण कराया था. हमलोग मजदूरी कर किसी तरह परिवार का भरण पोषण करते हैं. बंध्याकरण के बाद बच्ची के जन्म के बाद दंपति ने उसके भरण-पोषण के लिए मुआवजे की मांग की है.
सिविल सर्जन डॉ. राजू कच्छप ने बताया कि सिसई प्रखंड का यह मामला उनके संज्ञान में आया है. इसकीजांच कराई जा रही है. किस सर्जन ने बंध्याकरण ऑपरेशन किया था, उससे पूछताछ के बाद ही पता चलेगा कि कैसे महिला फिर से गर्भवती हुई. डॉ. वैसे, कभी-कभी ऐसा होता है कि एक तरफ का ट्यूब नहीं मिल पाता है तो केवल एक तरफ का ऑपरेशन कर दिया जाता है. ये बात मैं अनुमान से कह रहा हूं कि इस मामले में भी ऐसा हुआ होगा. लेकिन मामले की वास्तविकता क्या है यह जांच के बाद ही पता चलेगा. डॉ. कच्छप ने कहा कि एक तरफ का ट्यूब नहीं मिलने पर केवल एक तरफ का ऑपरेशन किया जाता है, जिसके कारण बाद में भी यह समस्या हो जाती है. लेकिन उसमें मरीज या उसके अटेंडेंट को बता दिया जाता है कि आप फिर से गर्भवती हो सकती हैं.
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Tags: Gumla news, Local18, OMG News
FIRST PUBLISHED : July 14, 2023, 19:11 IST
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