पाकुड़ में कल्पतरु दिवस का भव्य आयोजन
पाकुड़ जिले में 1 जनवरी को कल्पतरु दिवस के अवसर पर एक भव्य सामाजिक एवं धार्मिक शिविर का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन थानापाड़ा हनुमान मंदिर परिसर में संपन्न होगा, जहां हजारों जरूरतमंद लोगों के बीच प्रसाद स्वरूप निःशुल्क भोजन वितरण किया जाएगा। इस कार्यक्रम का आयोजन सत्य सनातन संस्था के तत्वावधान में किया जा रहा है।
प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी गई जानकारी
इस संबंध में सत्य सनातन संस्था के अध्यक्ष रंजीत कुमार चौबे ने बुधवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह आयोजन केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि सेवा, सहयोग और सामाजिक उत्तरदायित्व का प्रतीक है। संस्था का उद्देश्य समाज के वंचित वर्ग तक सहायता पहुंचाना और भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों को सुदृढ़ करना है।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों पर चिंता
प्रेस विज्ञप्ति में संस्था के अध्यक्ष ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे लगातार हमलों पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि वहां की सरकार हिंदू समाज की सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल नजर आ रही है। आए दिन हो रही घटनाएं मानवाधिकारों पर गंभीर प्रश्नचिह्न खड़े करती हैं।
प्रधानमंत्री से की गई प्रभावी हस्तक्षेप की मांग
रंजीत कुमार चौबे ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की कि वे बांग्लादेश में रह रहे हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी और ठोस कदम उठाएं। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं पर तत्काल रोक लगाना बेहद आवश्यक है, ताकि वहां रह रहे अल्पसंख्यक समुदाय भयमुक्त जीवन जी सकें।
संस्था के सचिव ने बताया गंभीर अंतरराष्ट्रीय मुद्दा
इस अवसर पर संस्था के सचिव चंदन प्रकाश ने कहा कि बांग्लादेश का मुद्दा अत्यंत गंभीर है। भारत सरकार अपने देश में सभी नागरिकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी निभा रही है, लेकिन बांग्लादेश सरकार वहां रह रहे हिंदू समाज की सुरक्षा के प्रति उदासीन क्यों बनी हुई है, यह चिंता का विषय है।
घटनाओं से आहत हैं संस्था के सदस्य
चंदन प्रकाश ने आगे कहा कि बांग्लादेश में घट रही घटनाओं से संस्था के सभी सदस्य बेहद दुखी और व्यथित हैं। ये घटनाएं न केवल धार्मिक उत्पीड़न को दर्शाती हैं, बल्कि मानवता के मूल सिद्धांतों के भी विरुद्ध हैं।
कल्पतरु दिवस पर सहयोग की अपील
संस्था के सचिव ने कल्पतरु दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अधिक से अधिक लोगों से सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह आयोजन किसी के विरोध में नहीं, बल्कि सेवा और संवेदना के पक्ष में है।
अंग्रेजी नववर्ष पर सामाजिक संदेश
उन्होंने कहा कि यह भी एक कटु सत्य है कि जिस देश ने भारत को करीब 200 वर्षों तक गुलाम बनाए रखा, उसी अंग्रेजी नववर्ष को आज लोग परिवार के साथ जश्न के रूप में मनाते हैं, जबकि समाज में आज भी अनेक परिवार ऐसे हैं जो दो वक्त के भोजन से वंचित हैं।
भारतीय नववर्ष और कल्पतरु दिवस की अवधारणा
संस्था ने स्पष्ट किया कि भारतीय नववर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से प्रारंभ होता है, लेकिन 1 जनवरी को संस्था कल्पतरु दिवस के रूप में मनाती है। इस दिन वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ कल्पवृक्ष का पूजन किया जाएगा।
भोजन वितरण और वैदिक अनुष्ठान
कार्यक्रम के दौरान धार्मिक अनुष्ठानों के साथ-साथ प्रसाद स्वरूप निःशुल्क भोजन वितरण किया जाएगा। संस्था का मानना है कि भूखे को भोजन कराना ही सबसे बड़ा धर्म है और यही कल्पतरु दिवस का मूल उद्देश्य भी है।
सेवा, संस्कृति और संवेदना का संगम
सत्य सनातन संस्था द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम सेवा, संस्कृति और संवेदना का अद्भुत संगम होगा। संस्था ने आम जनता से अपील की है कि वे इस पावन अवसर पर सहभागी बनें और मानवता के इस महायज्ञ में अपना योगदान दें।


