पाकुड़। इंसानियत फाउंडेशन निरंतर रक्तदान शिविरों और जरूरतमंदों की सहायता कर अपनी उपस्थिति और समर्पण के जरिए आमजनों के बिच अपनी पहचान बनाई है। इस संगठन के सदस्यों ने इसे मात्र मदद या सहायता के रूप में नहीं बल्कि एक आदर्श और मानवता के प्रतीक के रूप में देखा है।
ईद के खास मौके पर, मौलाना चौक बाईपास में रह रहे एक विक्षिप्त व्यक्ति को इंसानियत फाउंडेशन के सदस्यों ने उसके बाल, नाखून, और शरीर की पूरी सफाई कर नहला कर नए वस्त्र पहनाये। यह इंसानियत फाउंडेशन के संकल्प का एक प्रकार है जो न केवल रक्तदान या आर्थिक मदद तक सिमित नहीं है बल्कि सामाजिक न्याय और मानवीय संवेदना की भावना को दर्शाता है।
इंसानियत फाउंडेशन के सचिव बानिज शेख ने बताया, “हमारे लिए सेवा ही सबसे महत्वपूर्ण है। धर्म, जाति, या राजनीति का कोई महत्व नहीं होता। हम सभी सदैव तत्पर रहते है की समाज में अपनी सहभागिता को सुनिश्चित कर पाए।”
वही सलाहकार केबलू साहा ने कहा की “इंसान की सेवा ही सर्व धर्म है। हमारे टीम के सभी सदस्यों को शुक्रिया जो इस नेक कार्य में शामिल होकर अपनी सहभागिता सुनिश्चित की।” उन्होंने इस मौके पर संगठन के सभी सदस्यों का आभार व्यक्त किया जिन्होंने इस नेक कार्य में अपनी सहयोगिता दर्ज की।
मौक़े पर असिकुल, अजमल, मुसलॉउद्दीन, काबिकुल, सेताब, मोजाहिर, हाजी अब्दुल रहीम, आजाहर, अम्बर, मुन्तकीम उमर आदि मौजूद रहे है। इन सभी लोगों ने अपनी सक्रिय भागीदारी से इस संगठन के प्रयासों को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
इंसानियत फाउंडेशन के कार्यों के माध्यम से सामाजिक एवं आर्थिक स्तर पर एक सकारात्मक परिवर्तन लाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके माध्यम से वे न केवल बीमारों की मदद करते हैं बल्कि उन्हें नई आशा और जीवन की राह में दिशा प्रदान करते हैं। इस प्रकार, इंसानियत फाउंडेशन ने समाज में सकारात्मक परिवर्तन के लिए एक मार्गदर्शक भूमिका निभाई है जो सदैव हमें एक साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती रहेगी।