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परमजीत कुमार/देवघर. सावन की दूसरी सोमवारी के दिन देवघर के बैद्यनाथधाम में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है. भीड़ को संभालने में प्रशासन के भी पसीने छूट रहे हैं. सावन की दूसरी सोमवारी को सरदार पंडा ने अहले सुबह कांचा जल चढ़ा कर पूजा की शुरुआत की. इसके बाद सुबह 4 बजे से आम श्रद्धालुओं के लिए मंदिर का पट खोल दिया गया.
देवघर के तीर्थपुरोहित के अनुसार, आज संक्रांति के साथ-साथ अमावस्या भी है. इस कारण भीड़ अन्य दिनों की अपेक्षा ज्यादा है. रात से ही श्रद्धालु जलाभिषेक करने के लिए कतारबद्ध होकर धीरे धीरे मंदिर के गर्भ गृह की ओर बढ़ रहे थे. अनुमान लगाया जा रहा है आज इस विशेष संयोग के दिन 1 लाख से भी ज्यादा कांवड़िया जलार्पण करेंगे.
जिला प्रशासन के लिए अग्नि परीक्षा
जिस तरह कांवड़िया पथ में दूसरी सोमवारी को लेकर लाखों भक्तों की भीड़ बाबाधाम में उमड़ रही है. वह जिला पुलिस-प्रशासन के लिए किसी अग्नि परीक्षा से कम नहीं है. दूसरी सोमवारी पर शिवभक्तों की उमड़ने वाली भीड़ का अनुमान लगाते हुए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की ओर से व्यापक तैयारियां की गई हैं. सुरक्षा की व्यवस्था बेहतर बहाल करने के लिए सेंट्रल पुलिस की महिला टुकड़ी की भी तैनाती की गई है. ताकि कोई भी आपदा विपदा से निपटा जा सके.
कल से लग रहा मलमास
शुद्ध सावन की शुरुआत 4 जुलाई को हुई थी. आज शुद्ध सावन का आखिरी दिन है. इसके बाद कल से मलमास प्रारम्भ हो रहा है. ऐसा संयोग 19 साल बाद पड़ रहा है कि सावन में मलमास लगने जा रहा है. ये मलमास 17 अगस्त तक रहनेवाला है. फिर 18 अगस्त से 31 अगस्त तक शुद्ध सावन रहनेवाला है.
बिहार में मलमास का शोक
तीर्थ पुरोहित दुर्लभ मिश्रा बताते हैं कि मलमास में पूजा-पाठ की मनाही नहीं होती. सिर्फ बिहार के लोग पूजा-पाठ या कांवड़ यात्रा नहीं करते. क्योंकि मलमास के माह में ही मगध सम्राट जराशंध का वध होता है और बिहार के लोग पूरे 1 माह शोक में डूबे रहते हैं और राजगीर की तरफ रुख करते हैं. मान्यता है कि राजगीर में मलमास के दौरान पूरे 1 महीने तक 33 करोड़ देवी-देवता वास करते हैं.
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Tags: Deoghar news, Local18, Religion 18, Sawan somvar
FIRST PUBLISHED : July 17, 2023, 12:54 IST
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