पाकुड़। जिला बाल संरक्षण इकाई पाकुड एवं झारखंड विकास परिषद अमड़ापाड़ा संस्था के संयुक्त तत्वधान में सेवा प्रदाता एवं कर्तव्य वाहक का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम जिला बाल संरक्षण इकाई कार्यालय सभागार पाकुड़ में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बाल संरक्षण से जुड़े हितधारकों एवं सेवा प्रदाताओं का वैकल्पिक देखरेख, बाल संरक्षण व मानव तस्करी के मुद्दों पर क्षमतावर्धन करना है ताकि बाल दुर्व्यवहार के पीड़ित और संभावित पीड़ित को समय पर मदद पहुंचाया जा सके।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन जिला बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष डॉo शंभू कुमार यादव, जिला बाल संरक्षण इकाई पाकुड़ के व्यास ठाकुर, लिट्टीपाड़ा थाना प्रभारी अरुणिमा बागे, बाल मित्र पुलिस अधिकारी पाकुड़ के शुभम कुमार, विधि सह परिवीक्षा पदाधिकारी विनय कुमार शर्मा एवं संस्था समन्वयक मनोरंजन सिंह द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।
कार्यकम के मुख्य प्रशिक्षक विकास ठाकुर ने बाल संरक्षण की सार्वभौमिक परिभाषा, किशोर न्याय (देखरेख एवं संरक्षण) अधिनियम- 2015, पाक्सो अधिनियम-2019 एवं मिशन वात्सल्य के बारे में विस्तार से जानकारी दी। साथ ही मानव तस्करी की परिभाषा, रोकथाम के संवैधानिक प्रावधान, सोर्स, ट्रांसिट और गंतव्य के बारे में उन्होने विस्तार से प्रकाश डाला।
बाल कल्याण समिति पाकुड़ के अध्यक्ष डॉo शंभू कुमार कुमार यादव ने जे.जे. एक्ट 2015 के धाराओं के बारे में विस्तृत चर्चा करके प्रतिभागियों के प्रश्न के उत्तर दिये जिससे सभी को कानूनी धाराओं की परिभाषा स्पष्ट रूप से समझ आई।
झारखंड विकास परिषद के परियोजना समन्वयक मनोरंजन सिंह ने बताया कि बाल संरक्षण सुनिश्चित करने और मानव तस्करी के रोकथाम के लिए संस्था झारखंड विकास परिषद अमड़ापाड़ा प्रखण्ड में “सुरक्षित बचपन के लिए दामिन पहल” अभियान के तहत सक्रिय रूप से कार्य कर रही है। बाल संरक्षण क्षेत्र के लिए बेहद ज़रूरी हैं, बाल विवाह, बाल यौन शोषण, बाल मजदूरी, बाल तस्करी, नशाखोरी, अशिक्षा आदि जैसी गंभीर समस्याओं से बच्चे ग्रसित हैं। इसके लिए उन्हें समय पर उपलब्ध सेवाओं का लाभ मिलना चाहिए।
जिला बाल संरक्षण अधिकारी व्यास ठाकुर ने सत्र में मिशन वात्सल्य के नये प्रावधानों एवं स्पॉन्सरशिप और बच्चों की वैकल्पिक देखभाल पर विस्तृत जानकारी दी और सभी हितधारकों को आगे आकर बाल संरक्षण के लिए कार्य करने की अपील की। इसके लिए उन्होंने सभी को जिला बाल संरक्षण इकाई से हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
इस प्रशिक्षण में यूनिसेफ एक्सरसाइज के जिला समन्वयक कुमार अक्षय, राजेश कुमार मंडल संरक्षण पदाधिकारी पाकुड़, बबलू प्रसाद शाह, चाइल्ड हेल्पलाइन के सीमा विश्वास, शमा परवीन संरक्षण पदाधिकारी पाकुड़, संजय कुमार सिंह अधीक्षक बाल आश्रय गृह पाकुड़, रतन कुमार सिंह, सुधीर कुमार भट्टाचार्य, रंजना कुमारी श्रीवास्तव जिला बाल कल्याण समिति पाकुड़, मीना ठाकुर पिरामल फाऊंडेशन, हर्षित थापक रेस्टलेस डेवलपमेंट, ऋषिदेव मंडल कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन पाकुड़ ने भी अपना विचार रखा एवं अन्य गणमान्य हितधारक मौजूद थे।
इस कार्यक्रम का समापन संबोधन अजय मुर्मू प्रखंड समन्वयक झारखंड विकास परिषद द्वारा किया गया।