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उधव कृष्ण/पटना. कहते हैं कि अगर आप सच्चे मन से दृढ़ निश्चय कर किसी काम का बीड़ा उठाते हैं, तो ईश्वर भी आपका साथ देने को मजबूर हो जाते हैं. यह बात शत-प्रतिशत सही है. क्योंकि, पटना में एक दशक से भी अधिक समय से कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है. बिहार में 13 सालों से मां वैष्णो देवी सेवा समिति की ओर से सामूहिक विवाह का आयोजन करवाया जा रहा है.
इस आयोजन में समाज के पिछड़े लोगों का विवाह धूमधाम से करवाया जाता है, जो किसी कारणवश आर्थिक संकट झेल रहे हैं. इतना ही नहीं इस खास शादी में हर बार कुछ न कुछ अलग होता है. इस बार भी रविवार (25 जून) को पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में पूरे रीति रिवाज के साथ 51 जोड़े शादी के पवित्र बंधन में बंध गए.
विधि-विधान से हुई शादी
कार्यक्रम के आयोजक और बिहार के प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश हिसारिया ने बताया कि शाम 6 बजे सारे दूल्हे घोड़ी चढ़कर कदमकुआं स्थित महाराणा प्रताप भवन से एसके मेमोरियल के लिए निकल गए. इन 51 जोड़ों में 3-4 दिव्यांग जोड़े भी शादी के बंधन में बंधे हैं. जहां एसके मेमोरियल हॉल के प्रांगण में मंडप बनाकर शादी पूरी की गई. वहीं अंदर हॉल में रंगारंग कार्यक्रम ने शादी में शिरकत करने आए अतिथियों को बांधे रखा.
शादी के साथ देते हैं संदेश
मुकेश की मानें तो 2010 से यह मुहिम चल रही है. बताते हैं कि यह सिर्फ एक सामूहिक विवाह का कार्यक्रम नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य एक ऐसा वातावरण तैयार करना है, जिसमें लोग एक दूसरे की सेवा करने को सदैव तत्पर रहें. मां वैष्णो देवी सेवा समिति द्वारा सामूहिक शादी के साथ समय-समय पर थैलेसीमिया, मस्कुलर डिस्ट्रॉफी, हीमोफीलिया जैसे गंभीर मुद्दे पर अनूठे तरीके से समाज को संदेश भी दिया जाता है. बताते चलें कि इसी समिति द्वारा आम लोगों के लिए मां ब्लड सेंटर की स्थापना भी की गई है. मुकेश इस कार्यक्रम के बहाने लोगों को जागरूक करने का काम करते हैं. वे कहते हैं कि हमारा मकसद हर बार एक नए मुद्दे को उठाना होता है.
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Tags: Bihar News, Local18, Marriage news, PATNA NEWS
FIRST PUBLISHED : June 26, 2023, 20:20 IST
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