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गुलशन कश्यप/जमुई. श्रावण का पावन महीना शुरू हो गया है और भगवान भोलेनाथ के कई ऐसे भक्त हैं जो इस महीने में मांसाहारी भोजन नहीं करते हैं. जबकि कई ऐसे भी हैं जो प्याज और लहसुन तक का सेवन श्रावण के महीने में नहीं करते हैं. ऐसे लोगों के सामने बाहर का खाना खाने पर इस महीने में प्रतिबंध लग जाता है. लेकिन जमुई में एक ऐसा दुकान है, जिसमें सालों भर त्यौहार स्पेशल समोसा बनाया जाता है. इस दुकान में लहसुन और प्याज का इस्तेमाल नहीं किया जाता है. जिस कारण यहां त्योहारी सीजन में रोजाना हजार पीस समोसा की बिक्री होती है.
जिले के खैरा बाजार में खैरा थाना के सामने इस दुकान में लोगों की इतनी भीड़ लगती है कि 4 से 5 लोग पूरे दिन समोसा बनाने के काम में जुटे रहते हैं. इतना ही नहीं यहां का समोसा इसलिए भी स्पेशल है क्योंकि आज भी यहांपुराने अंदाज में ही समोसे को तैयार किया जाता है.
त्योहारी सीजन में समोसे की बढ़ जाती है बिक्री
दुकान के संचालक विपिन कुमार रावत का कहना है कि बिना लहसुन और प्याज का समोसा बनाने के कारण त्योहार के समय में अच्छी बिक्री होती है. इसके अलावा कई ऐसे भी लोग हैं जो बाहर खाना तो चाहते हैं, परंतु व्यंजन में शुद्धता नहीं होने के कारण वह मन मसोसकर रह जाते हैं. वैसे लोगों के लिए ही इस दुकान की शुरुआत की थी और पिछले 9 सालों से इस दुकान का संचालन किया जा रहा है. पर्व में खास तौर पर समोसे की ज्यादा बिक्री होती है और लोग यहां समोसा खाने आते हैं.
रोजाना एक हजार से अधिक समोसे की होती है बिक्री
विपिन कुमार रावत ने बताया कि आमतौर पर प्रतिदिन दुकान में 500 पीस समोसा बिक जाता है. जबकि श्रावण जैसे महीनों में इसकी बिक्री बढ़ जाती है और यहां प्रतिदिन एक हजार से अधिक समोसा बिक जाता है. यहां लोग बैठकर गरमा-गरम समोसा बनने का इंतजार करते हैं. लोगों को 15 रुपए में दो पीस समोसा खिलाते हैं. खैरा में समोसे की यह दुकान त्योहारों वाला समोसा के नाम से फेमस है और लोग खास मौकों पर खाने आते हैं.
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FIRST PUBLISHED : July 04, 2023, 19:10 IST
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