पाकुड़। झालसा रांची के निर्देशानुसार, जिला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़ के तत्वाधान में एक नब्बे दिवसीय आउटरीच सह जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य जिले के विभिन्न इलाकों में लोगों को उनके कानूनी अधिकारों के प्रति जागरूक करना और उन्हें मुफ्त कानूनी सहायता के बारे में जानकारी देना है। अभियान के तहत प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़, शेष नाथ सिंह के निर्देश पर कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
जिदातो गर्ल्स हाई स्कूल में विधिक जागरूकता कार्यक्रम
आज के इस अभियान के अंतर्गत, जिदातो गर्ल्स हाई स्कूल परिसर में एक विधिक जागरूकता अभियान आयोजित किया गया, जिसमें छात्र-छात्राओं को उनके कानूनी अधिकारों के बारे में जानकारी दी गई। इस अवसर पर पीएलवी कमला राय गांगुली ने शिक्षा का अधिकार, मौलिक अधिकार और कर्तव्यों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हर नागरिक को अपने अधिकारों के प्रति सजग रहना चाहिए और समाज में होने वाली कानूनी समस्याओं के समाधान के लिए सही मार्गदर्शन प्राप्त करना चाहिए।
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पाकुड़ प्रखंड के पियादापुर पंचायत में जागरूकता अभियान
आउटरीच कार्यक्रम के तहत, पाकुड़ प्रखंड के पियादापुर पंचायत के हिरंदनपुर और अन्य क्षेत्रों में भी लोगों को उनके कानूनी अधिकारों के बारे में जानकारी दी गई। विशेष रूप से साइबर ठगी, फर्जी कॉल, झाड़-फूंक जैसे अंधविश्वास और जादू टोना जैसी कुप्रथाओं के बारे में जागरूक किया गया। पीएलवी याकूब अली, सायेम अली और मैनुल शेख ने गांवों में जाकर लोगों को कानूनी समस्याओं के समाधान और उनके अधिकारों के बारे में बताया। इस जागरूकता अभियान ने ग्रामीण इलाकों में कानूनी मामलों की समझ को और भी बेहतर किया।
जेल में बंदियों को कानूनी सहायता की जानकारी
अभियान के एक और महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में, जेल में बंदियों को कानूनी सहायता प्रदान करने के लिए निःशुल्क अधिवक्ता सेवा के बारे में जानकारी दी गई। जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तहत, बंदियों को उनके कानूनी अधिकारों और उनके लिए उपलब्ध सहायता के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। इस अवसर पर लीगल एड डिफेंस काउंसिल सिस्टम के डिप्टी चीफ मो नुकुमुद्दिन शेख, सहायक गंगाराम टुडू, और उत्पल मंडल भी उपस्थित रहे और उन्होंने इस कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लिया।
मध्यस्थता केंद्र में विधिक जागरूकता
इसके अतिरिक्त, मध्यस्थता केंद्र में भी एक विशेष विधिक जागरूकता सत्र आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में मेडिएटर राजीव कुमार झा, समीर कुमार मिश्रा, कौशिक कुमार और सबरूद्दीन शेख ने लोगों को मध्यस्थता के महत्व और कानूनी विवादों को मध्यमार्ग से हल करने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। उन्होंने यह बताया कि कैसे लोग बिना कोर्ट में जाए अपने विवादों का समाधान निकाल सकते हैं और इसके लिए उन्हें किस प्रकार से मध्यस्थता की सेवाएं प्राप्त हो सकती हैं।
आउटरीच अभियान का उद्देश्य और प्रभाव
इस आउटरीच सह विधिक जागरूकता कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को उनके कानूनी अधिकारों के प्रति जागरूक करना है, ताकि वे अपने अधिकारों की रक्षा कर सकें और कानूनी मामलों में सही मार्गदर्शन प्राप्त कर सकें। अभियान के माध्यम से लोग साइबर अपराध, झाड़-फूंक जैसी कुप्रथाओं, कानूनी सहायता और मध्यस्थता जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी प्राप्त कर रहे हैं। यह अभियान जिले भर में लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने का प्रयास कर रहा है।
इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम समाज में कानूनी शिक्षा को बढ़ावा देने और लोगों को उनके अधिकारों के प्रति सजग करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जिला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़ का यह अभियान लोगों को सशक्त और स्वतंत्र बनाने के साथ-साथ उन्हें अपने कानूनी अधिकारों के प्रति जागरूक करने का काम कर रहा है।