पाकुड़
झालसा रांची के निर्देशानुसार और जिला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़ के तत्वावधान में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़ शेष नाथ सिंह के निर्देश और सचिव अजय कुमार गुड़िया के मार्गदर्शन में 3 दिसंबर को पाकुड़ सदर प्रखंड के सभागार में अंतरराष्ट्रीय विकलांग दिवस पर एक विधिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
विकलांग व्यक्तियों के अधिकारों को बढ़ावा देने का उद्देश्य
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य समाज और विकास के हर स्तर पर विकलांग व्यक्तियों के अधिकारों और कल्याण को बढ़ावा देना था। डालसा सचिव अजय कुमार गुड़िया ने इस अवसर पर कहा कि यह दिवस राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक जीवन के सभी पहलुओं में विकलांग व्यक्तियों की स्थिति के प्रति जागरूकता फैलाने का अवसर है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विकलांग व्यक्तियों को उनका अधिकार दिलाने में समाज के हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है।
सरकारी योजनाओं और सुविधाओं की जानकारी दी गई
कार्यक्रम में सचिव अजय कुमार गुड़िया ने बताया कि विकलांग व्यक्तियों के लिए कई सरकारी योजनाएं, दिव्यांग प्रमाण पत्र और अन्य सुविधाएं उपलब्ध हैं। इन योजनाओं और सुविधाओं का लाभ दिलाने में सभी को अपनी भूमिका निभानी चाहिए। उन्होंने जागरूकता फैलाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि इन योजनाओं को सही तरीके से लागू करने और दिव्यांग व्यक्तियों तक पहुंचाने के लिए सामाजिक भागीदारी जरूरी है।
स्वास्थ्य असमानताओं पर जोर
बीपीएम ने कार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य असमानताओं पर प्रकाश डाला और कहा कि विकलांग व्यक्तियों को अक्सर स्वास्थ्य सेवाओं में पीछे छोड़ दिया जाता है। उन्होंने कहा कि सभी के लिए अच्छा स्वास्थ्य और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए विकलांग व्यक्तियों की सार्थक भागीदारी और उनका सशक्तिकरण आवश्यक है। यह कार्यक्रम समाज को इस दिशा में जागरूक करने का एक सशक्त माध्यम बना।
दिव्यांग अधिकारों और कल्याण पर चर्चा
कार्यक्रम में बीपीओ अजीत मुर्मू ने दिव्यांग व्यक्तियों के अधिकारों और उनके कल्याण से संबंधित विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की। उन्होंने उपस्थित लोगों को बताया कि दिव्यांग व्यक्तियों के सशक्तिकरण के लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है। यह कार्यक्रम विकलांग व्यक्तियों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति सुधारने के साथ-साथ उनके अधिकारों को सुनिश्चित करने की दिशा में उठाया गया एक बड़ा कदम था।
भारी संख्या में लोगों की उपस्थिति
कार्यक्रम में प्रखंड कर्मियों के साथ-साथ जिला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़ के पैरा लीगल वॉलिंटियर्स जैसे उत्पल मंडल और नीरज कुमार राउत भी उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त, इस अवसर पर बड़ी संख्या में महिलाएं और अन्य गणमान्य लोग भी मौजूद रहे। यह भारी उपस्थिति इस बात को दर्शाती है कि समाज में विकलांग व्यक्तियों के प्रति जागरूकता और संवेदनशीलता बढ़ रही है।
जागरूकता अभियान की सफलता
यह विधिक जागरूकता कार्यक्रम न केवल विकलांग व्यक्तियों के अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाने में सफल रहा, बल्कि समाज में समानता और समावेशन की भावना को बढ़ावा देने में भी सहायक सिद्ध हुआ। कार्यक्रम के माध्यम से सरकारी योजनाओं की जानकारी, स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता, और दिव्यांग अधिकारों की रक्षा के प्रति जागरूकता को बल मिला।
अंतरराष्ट्रीय विकलांग दिवस पर आयोजित यह कार्यक्रम समाज को विकलांग व्यक्तियों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने और उनके सशक्तिकरण में योगदान देने की प्रेरणा देता है।