पाकुड़। डब्लूएचओ और स्वास्थ्य विभाग की ओर से बच्चों के टीकाकरण को सुदृढ़ करने, AEFI केस मैनेजमेंट, AEFI सर्विलांस, और प्रतिक्रिया परिचालन दिशा निर्देश 2024 पर आधारित एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम होटल आरके पैलेस में आयोजित किया गया, जिसमें जिले भर के स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मियों ने भाग लिया।
दीप प्रज्ज्वलन से हुआ शुभारंभ
कार्यशाला का शुभारंभ उपायुक्त और सिविल सर्जन ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस दौरान उपस्थित अतिथियों ने बच्चों के टीकाकरण के महत्व और AEFI केस मैनेजमेंट के प्रभावी कार्यान्वयन पर जोर दिया।
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स्वास्थ्य विशेषज्ञों की उपस्थिति और मार्गदर्शन
कार्यक्रम में डब्लूएचओ एसएमओ डॉ. दारुण, DRCHO डॉ. एस. के. झा, सभी प्रखंड चिकित्सा प्रभारी, डीपीएम, डीडीएम, डीयूएचएम, और अन्य स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे। इन विशेषज्ञों ने कार्यशाला में अपने अनुभव और सुझाव साझा करते हुए, बच्चों के टीकाकरण को प्रभावी बनाने के उपायों पर चर्चा की।
AEFI केस मैनेजमेंट की जानकारी पर जोर
कार्यशाला में AEFI (Adverse Events Following Immunization) से जुड़े मामलों के प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया गया। स्वास्थ्य अधिकारियों को AEFI मामलों की निगरानी, रिपोर्टिंग, और प्रतिक्रिया देने की प्रक्रिया को बेहतर बनाने के दिशा निर्देश दिए गए। AEFI सर्विलांस और प्रतिक्रिया परिचालन के लिए तैयार रणनीतियों पर विस्तार से चर्चा हुई।
टीकाकरण की सुदृढ़ता के लिए प्रयास
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य बच्चों के टीकाकरण को सुदृढ़ और सुरक्षित बनाना था। डब्लूएचओ और स्वास्थ्य विभाग ने यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया कि जिले में टीकाकरण अभियान सही तरीके से चलाया जाए और किसी भी प्रतिकूल घटना के लिए तुरंत प्रतिक्रिया दी जाए।
विशेषज्ञों का मार्गदर्शन और सुझाव
कार्यशाला के दौरान, विशेषज्ञों ने स्वास्थ्य कर्मियों को टीकाकरण अभियानों की सफलता के लिए जागरूकता फैलाने, निगरानी तंत्र को मजबूत करने, और समुदाय में विश्वास बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया। इसके अलावा, उन्होंने टीकाकरण से संबंधित किसी भी दुष्प्रभाव के समय पर प्रबंधन के महत्व पर प्रकाश डाला।
कार्यशाला का समापन और संदेश
कार्यशाला का समापन सकारात्मक संदेश के साथ हुआ। यह कार्यक्रम जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मियों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच साबित हुआ, जहां उन्होंने बच्चों के टीकाकरण को सुदृढ़ और प्रभावी बनाने के उपायों पर चर्चा की। इस तरह की पहल जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुदृढ़ करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।