पाकुड़। झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (झालसा) रांची के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार, पाकुड़ के तत्वाधान में एक नब्बे दिवसीय आउटरीच अभियान का आयोजन किया गया। इस अभियान के तहत प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, पाकुड़, शेष नाथ सिंह के निर्देश और सचिव अजय कुमार गुड़िया के मार्गदर्शन में आज गोकुलपुर हटिया में एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित हुआ।
दूरदराज के ग्रामीणों की सक्रिय भागीदारी
कार्यक्रम में शहरकोल, कोलाजोड़ा, सोनाजोड़ी, कालिदासपुर पंचायत और अन्य क्षेत्रों से बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए। इन ग्रामीणों को पेंशन, राशन कार्ड, वोटर आईडी और विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभ लेने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी गई।
बाल श्रम और बाल विवाह पर जागरूकता
सत्र के दौरान बाल श्रम और बाल विवाह जैसे गंभीर सामाजिक मुद्दों पर विशेष चर्चा की गई। ग्रामीणों को इन कुप्रथाओं के दुष्प्रभावों से अवगत कराया गया और इन्हें रोकने के लिए आवश्यक कानूनी सहायता के बारे में बताया गया।
विज्ञापन
साइबर ठगी से बचने के उपाय
ग्रामीणों को साइबर ठगी के खतरों के बारे में जागरूक किया गया। उन्हें बताया गया कि कैसे अज्ञात कॉल, संदिग्ध लिंक और ऑनलाइन धोखाधड़ी से सतर्क रहें। साथ ही किसी भी प्रकार की ठगी होने पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से सहायता लेने की प्रक्रिया समझाई गई।
निशुल्क कानूनी सहायता का महत्व
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से ग्रामीणों को यह जानकारी दी गई कि जरूरतमंद और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए निशुल्क अधिवक्ता सेवा उपलब्ध है। इस सहायता का उद्देश्य गरीब और असहाय लोगों को न्याय तक पहुंच सुनिश्चित करना है।
आउटरीच कार्यक्रम का उद्देश्य और महत्व
कार्यक्रम के दौरान आउटरीच अभियान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया गया कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य गरीब और जरूरतमंद लोगों तक न्याय की किरण पहुंचाना है। ग्रामीणों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करते हुए उन्हें सरकारी योजनाओं और कानूनी सहायता का लाभ दिलाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
ग्रामीणों को कानूनी जानकारी से सशक्त बनाने की पहल
सत्र में ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं की पात्रता, आवेदन प्रक्रिया, और लाभ उठाने के तरीकों के बारे में गहराई से समझाया गया। साथ ही उन्हें यह भी बताया गया कि वे अपने गांव और समुदाय में जागरूकता फैलाकर अन्य जरूरतमंद लोगों की भी मदद कर सकते हैं।
कार्यक्रम में पीएलवी की सक्रिय भागीदारी
कार्यक्रम में पीएलवी (पारा लीगल वोलंटियर्स) मोकमाउल शेख, उत्पल मंडल और नीरज कुमार राउत ने सक्रिय रूप से भाग लिया। उन्होंने ग्रामीणों को कानूनी सहायता और अन्य मुद्दों पर मार्गदर्शन प्रदान किया।
इस आउटरीच अभियान ने ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता और सशक्तिकरण का एक मजबूत संदेश दिया। कार्यक्रम के माध्यम से न केवल सरकारी योजनाओं और कानूनी सहायता की जानकारी दी गई, बल्कि ग्रामीणों को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति भी संवेदनशील बनाया गया। यह पहल जरूरतमंदों के लिए न्याय और विकास के नए अवसर खोलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।