पाकुड़ । पाकुड़ के वरिष्ठ पत्रकार मक़सूद आलम ने एक बार फिर मानवता का परिचय देते हुए कोटालपोखर के एक 55 वर्षीय महिला को खून देकर जान बचाने का काम किया है।
जानकारी के अनुसार इंसानियत फाउंडेशन के अध्यक्ष बानीज सेख को सूचना मिली कि कोटालपोखर की एक महिला को ओ पॉजिटिव ब्लड की आवश्यकता है। इसपर बानीज सेख ने मक़सूद आलम से दूरभाष पर सम्पर्क किया। मक़सूद आलम ने तुरंत खून देने के लिए तैयार हो गए।
मक़सूद आलम से पूछने पर बताया कि रक्त का हर एक कतरा,जीवन “जीने” का आसरा है। इस लिए हर स्वस्थ्य इंसान को साल में दो बार जरूर खून डोनेट करना चाहिए।
उन्होंने बताया अबतक दो दर्जन बार ब्लड डोनेट कर दिया हूँ। वे कहते हैं ईश्वर अल्लाह का दिया कभी कमी नही होता, रक्त का कोई विकल्प नहीं होता.. आप के द्वारा किया गया रक्तदान, किसी माँ के बच्चे को बचा सकता है.. मानवता के मंच से कर दो यह ऐलान, समय-समय पर हम सभी करेंगे रक्तदान..।
इधर रक्त पाकर वृद्ध महिला के पुत्र गुलाम रब्बानी और शाहनवाज आलम ने कहा कि समय पर खून मिल गया है इसके लिए इंसानियत फाउंडेशन के पदाधिकारी और पत्रकार मक़सूद आलम का शुक्रगुजार है। इनका सहयोग कभी भुलाया नही जा सकता। इधर इंसानियत फाउंडेशन के पहल पर थैलीसीमिया मरीज को खून देकर जान बचाया गया।
जानकारी के अनुसार सदर अस्पताल सोनाजोरी पाकुड़ में भर्ती जयकीस्टोपुर के 6 वर्षीय बच्चा असफाक शेख क़ो थैलीसीमिया नामक बीमारी से ग्रसित है। बी पॉजिटिव रक्त अति आवशयकता थी। परिवार वालों ने इंसानियत फाउंडेशन से मदद की गुहार लगाई। सूचना मिलते ही समूह के सदस्य परवेज आलम पाकुड़ ब्लड बैंक जाकर डोनेट किया।
मौक़े पर समूह के अध्यक्ष बानिज, कोषाध्यक्ष फरजन ,साहबूल, सोइबूर शेख एवं कर्मचारी नवीन मौजूद थे।