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कुंदन कुमार/गया. गया के बांकेबाजार प्रखंड क्षेत्र की एक हजार से अधिक महिला किसानों ने बांकेबाजार महिला विकास प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड बनाकर खेती शुरू की है. इस समूह की महिलाएं खुद से खेती करती हैं औरप्रोडक्ट की बिक्री भी खुद ही करती हैं. ग्रुप में शामिल अधिकांश महिलाएं औषधीय खेती से जुड़ी हुई है.
ये महिलाएं लेमनग्रास, मेंथा, तुलसी आदि की खेती करती हैं. इसके तेल से विभिन्न प्रकार के प्रोडक्ट जैसे साबुन, फेनाइल का निर्माण कर गया के साथ-साथ पटना, रांची और कोलकाता में बिक्री कर रही हैं. समूह में खेती करने और प्रोडक्ट को बेचने से इन्हें अच्छी आमदनी हो रही है.
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दो साल पहले हुई थी शुरुआत
महिला किसानों का यह समूह लेमनग्रास के तेल से तैयार साबुन और फेनाइल के अलावा तील, दाल, विभिन्न प्रकार की सब्जियों के बीज, सरसों का तेल, मशरूम आदि की बिक्री करता है. बता दें कि 2 वर्ष पूर्व इस एफपीओ का निर्माण किया गया था. इसके बाद इससे बांकेबाजार प्रखंड क्षेत्र की 1000 से अधिक महिला किसानों को जोड़ा गया. ग्रामीण महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से इस समूह को बनाया गया था और आज ये महिलाएं विभिन्न तरह की खेती कर आत्मनिर्भर बन गई हैं.
सामान बेचने को महिलाएं लगाती हैं स्टॉल
निर्मित सामग्री और उत्पादित प्रोडक्ट की बिक्री के लिए महिलाएं जगह-जगह पर स्टॉल भी लगाती हैं. अभी ये महिलाएं प्रसिद्ध श्रावणी मेला के अवसर पर गया के बांके बाजार स्थित बांके धाम में स्टॉल लगाई हुई हैं. लोग इनके प्रोडक्ट को खूब पसंद कर रहे हैं और इसकी खरीदारी भी कर रहे हैं. इनके प्रोडक्ट की डिमांड गया के बाहर भी हो रही है.
लोग ऑर्डर देकर लेमन ग्रास के तेल से बने साबुन और फेनाइल की खरीदारी कर रहे हैं. समूह से जुड़ी महिला किसान मीना कुमारी और निर्मला कुमारी ने बताया कि इस समूह के सभी महिलाएं खुद से खेती करती हैं और प्रोडक्ट की बिक्री करती हैं.
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Tags: Bihar News, Gaya news, Local18
FIRST PUBLISHED : July 25, 2023, 22:28 IST
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