Saturday, May 17, 2025
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पेयजल किल्लत से जूझ रहे लखीसराय में पहाड़ी इलाक के लोग

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जितेंद्र झा/लखीसराय. जिला में मानसून का आगमन हो चुका है और खेत पानी से लबालब भर गया है. लेकिन पहाड़ों से सटे 200 से 250 घरों में पेयजल संकट की स्थिति जस की तस बनी हुई है. लखीसराय जिला के वार्ड संख्या-33 में एकमात्र बोरिंग है. जिससे सैकडों लोग अपनी प्यास बुझाते हैं. जल संकट उत्पन्न होने के पीछे सबसे बड़ा कारण यह है कि 14 लाख की लागत से बना जल मीनार फेल हो चुका है. जिससे पहाड़ी इलाकों में रहने वाले वालों को नीचे आकर पानी लेना पड़ता है. उंचाई पर पानी का जार या अन्य बर्तन लेकर चढ़ना लोगों के लिए परेशानी का सब बन गया है.

लखीसराय के वार्ड संख्या-33 में पीएचडी विभाग ने 14 लाख की लागत से जलमीनार का निर्माण कराया था. लोगों को इससे पानी भी मिलने लगा था. लेकिन पिछले छह माह से जलमीनार से लोगों के घरों में पानी नहीं आ रहा है. तकनीकि गड़बड़ी के चलते यह जलमीनार बेकार पड़ा हुआ है. जिसके चलते लोग पेयजल की समस्या से जूझ रहे हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि इस संबंध में वार्ड प्रतिनिधि से शिकायत की गई, लेकिन कोई समाधान नहीं हो पाया है.




पहाड़ी इलाके के लोगों को नहीं मिल रहा नल जल योजना का लाभ

पहाड़ पर पानी ले जाती महिला विभा देवी ने बताया कि एक तरफ सरकार सात निश्चय योजनाओं को लेकर हर घर नल के जल पहुंचाने का दावा करती है. लाखों रुपए की लागत से बोरिंग कराने के बावजूद पानी नहीं मिल रहा है. सौ से अधिक महिलाएं प्रतिदिन 50 मीटर की ऊंचाई पर से नीचे उतर कर पानी भरती है फिर इसको लेकर पहाड़ों पर चढ़ने को मजबूर हैं. वहीं एक अन्य महिला ने बताया कि उसका घर जमीन से 50 मीटर ऊपर पहाड़ पर है और रोज पानी के लिए संघर्ष करना पड़ता है. सीमित पानी में सभी को प्यास बुझाना पड़ता है.

पीने का पानी लेने के लिए करना पड़ता है लंबा इंतजार

पहाड़ पर बसने वाले लोगों ने बताया कि सुबह 6 बजे से पीने का पानी लेने के लिए इंतजार करना पड़ता है. पीएचईडी विभाग ने जो बोरिंग कराया है वह सुबह 4 बजे से 11 बजे तक हीं चलता है. लोगों की संख्या अधिक रहने की वजह से कभी-कभार पानी भी नहीं मिल पाता है. कभी-कभी नगर परिषद टेंकर पानी लेकर आता है. टेंकर से भी पानी लेने के लिए संघर्ष करना पड़ता है. वहीं इस दौरान विवाद भी बढ़ जाता है. जिसके चलते खूनी संघर्ष भी हो जाता है. पहाड़ पर प्रत्येक दिन चढ़ने और उतरने के क्रम में कभी भी दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है. इसको लेकर लखीसराय नगर परिषद के पास कई बार स्थानीय लोगों ने पत्र लिखा, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है.

Tags: Bihar News, Bihar News in hindi, Local18

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