पाकुड़। नीति आयोग के आकांक्षी प्रखंड अंतर्गत मंगलवार को राहुल कुमार श्रीवास्तव, कार्यपालक अभियंता, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल, पाकुड़ की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया।
उक्त बैठक में पंचायत के मुखिया, वार्ड सदस्य,पंचायत समिति सदस्य कार्यकारी एजेंसी टहल के प्रतिनिधि,कनीय अभियंता, सहायक अभियंता एवं जिला समन्वयक ने भाग लिया।
पंचायत को मॉडल पंचायत बनाने के लिए निम्न कार्य किए जाने प्रस्तावित है
हर घर जल शुद्ध पेयजल की उपलब्धता – सरकार के द्वारा हर घर में पाइप लाइन के माध्यम से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराई जा रही है। वर्तमान में फुलपहारी पंचायत में 70% घरों में नल जल कनेक्शन किया गया है। शेष घरों में अगले दो माह में संयोजन कर दिया जाएगा। कार्यपालक अभियंता के द्वारा जानकारी दी गई की जल संयोजन शुल्क के रूप में 310 रुपये (एक बार) और मासिक शुल्क के रूप में 62 रुपए प्रतिमाह लाभुक के द्वारा दिया जाएगा।
स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण फेज II
- ग्राम स्तर पर छूटे हुए घरों में व्यक्तिगत/ सामुदायिक शौचालय का निर्माण कार्य पूर्ण कराई जाएगी।
- ठोस कचरे का निष्पादन के तहत ग्राम स्तर पर उत्पन्न होने वाले ठोस कचरे का निष्पादन हेतु नाडेप कम्पोस्ट पिट सेग्रीग्रेशन शेड सेग्रीग्रेशन बिन्स का निर्माण के साथ साथ कचरा ढोने वाले वाहन आदि का कार्य पुट अप कराई जाएगी।
- तरल कचरे के निष्पादन के तहत ग्राम स्तर पर प्रत्येक चापाकलों में सोखता गड्ढा का निर्माण, ग्राम में अवस्थित नली के अंतिम छोड़ पर सोखता गड्ढा का निर्माण,सड़क पर बहाए जाने वाले पानी के निष्पादन हेतु सोखते गड्ढे का निर्माण कार्य किया जाएगा।
- पंचायत स्तर पर प्लास्टिक कचरे के निष्पादन हेतु प्लास्टिक कचरा पृथक्करण केंद्र का निर्माण किया जाएगा ताकि ग्राम स्तर पर इकट्ठा किए गए प्लास्टिक को रखा जा सके।
उक्त संपूर्ण कार्य जनभागीदारी के साथ की जाएगी एवं संपूर्ण कार्य की निगरानी ग्रामीणों के द्वारा की जाएगी, इस हेतु प्रत्येक सप्ताह ग्राम स्तर पर लोगों को जागरूक करने हेतु जागरूकता अभियान चलाया जायेगा।
उक्त बैठक में में मुख्य रूप से पंचायत के मुखिया श्रीमती तालामय मरांडी, प्रत्येक ग्राम के जल साहिया,वार्ड मेम्बर, जिला समन्वयक सुमन कुमार मिश्रा,जल जीवन मिशन के जिला समन्वयक रितेश कुमार, इमरान आलम, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कनीय अभियंता जेम्स मूर्मू, विजय कुमार ठाकुर, प्रखंड समन्वयक समेत अन्य उपस्थित थे।
इसमें अगर मासिक पेमेंट देने की सुविधा के लिए किसी भी बैंक से लोग आसानी से करने सके तो लाभुक को मासिक पेमेंट 60 रुपया भरी नही होगा,
लाभुक को परेशानी इसमें ये हो सकता है की लाभुक अगर 12 महीना से जायदा हो जाता है तो यही 60 रुपया भरी पड़ सकता है।
अगर हो सके तो फोन पे या गूगल पे का भी सुविधा दे।
आत: महोदय से निवेदन है की इसकी बारे में विचार करे
धन्यवाद 🙏