पाकुड़। विधानसभा आम चुनाव 2024 को ध्यान में रखते हुए पाकुड़ जिले के धनुषपूजा विद्यालय, राज +2 विद्यालय, और पॉलिटेक्निक कॉलेज में मंगलवार को मतदान कर्मियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह प्रशिक्षण दो पालियों में आयोजित हुआ, जिसमें 1112 मतदान कर्मियों को चुनाव प्रक्रिया से जुड़ी आवश्यक जानकारी प्रदान की गई।
प्रशिक्षण प्रक्रिया और परीक्षा का आयोजन
प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान, प्रत्येक पीठासीन अधिकारी और प्रथम मतदान अधिकारी के लिए एक संक्षिप्त परीक्षा का भी आयोजन किया गया। इस परीक्षा में 30 बहुविकल्पीय प्रश्न शामिल थे, जो मतदान प्रक्रिया, कानून एवं दिशा-निर्देशों पर आधारित थे। इस परीक्षा का उद्देश्य मतदान कर्मियों की तैयारी का आकलन करना था, ताकि चुनाव के दिन कोई भी कर्मी आवश्यक जानकारी से वंचित न रहे।
मास्टर ट्रेनर द्वारा उत्तर पत्रिका की जांच
प्रशिक्षण के उपरांत मास्टर ट्रेनर द्वारा प्रश्न पत्रों की जांच की गई। उत्तीर्ण होने वाले मतदान अधिकारियों को ही कमरे से बाहर जाने की अनुमति दी गई, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि केवल प्रशिक्षित कर्मी ही चुनाव में अपनी सेवाएं देंगे। इस प्रक्रिया के माध्यम से मतदान प्रक्रिया को सुगम, व्यवस्थित और त्रुटिहीन बनाने का प्रयास किया गया।
कम अंक प्राप्त करने वाले कर्मियों का पुनः प्रशिक्षण
प्रशिक्षण और परीक्षा में जिन पीठासीन अधिकारियों का प्रदर्शन अपेक्षित स्तर से कम रहा, उन्हें फिर से प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी कर्मी चुनाव प्रक्रिया के हर पहलू से भली-भांति परिचित हों। इस पुनः प्रशिक्षण से कर्मचारियों की दक्षता में सुधार होगा और चुनावी दिन किसी भी समस्या का सामना करने में सक्षम होंगे।
चुनावी तैयारी के प्रति प्रतिबद्धता
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम चुनावी तैयारियों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। पाकुड़ प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने के लिए विशेष कदम उठाए हैं कि प्रत्येक मतदान कर्मी चुनाव के दिन अपने कर्तव्यों को सही ढंग से निभा सके। इस कार्यक्रम में प्रशासन की पारदर्शिता और सुनियोजित प्रशिक्षण व्यवस्था का प्रतिबिंब दिखाई दिया, जो निर्वाचन प्रक्रिया की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
विधानसभा चुनाव 2024 के लिए पाकुड़ में आयोजित इस व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम से यह स्पष्ट होता है कि प्रशासन चुनाव को निष्पक्ष, पारदर्शी और व्यवस्थित ढंग से संपन्न कराने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम मतदान कर्मियों की दक्षता और तैयारी को सुनिश्चित करते हैं, जिससे चुनावी प्रक्रिया में किसी प्रकार की बाधा नहीं आएगी।