बिजली व्यवस्था हुई लचर, लोग बेहाल
पाकुड़ जिले में इन दिनों बिजली की स्थिति अत्यंत चिंताजनक हो गई है। बार-बार बिजली कटने की वजह से लोगों को पता ही नहीं चल रहा कि बिजली कब आती है और कब चली जाती है। यह समस्या केवल घरेलू उपयोगकर्ताओं तक ही सीमित नहीं रह गई है, बल्कि इसका प्रभाव व्यवसाय, रोज़गार और शिक्षा प्रणाली पर भी गहराता जा रहा है।
भीषण गर्मी में बिना बिजली लोग परेशान
इन दिनों झारखंड के तापमान में जबरदस्त वृद्धि देखने को मिल रही है, और ऐसे में बिजली की अनियमित आपूर्ति ने लोगों की तकलीफें कई गुना बढ़ा दी हैं। घर में पंखा, कूलर, फ्रिज तक बेकार हो गए हैं। खासकर बुजुर्ग, छोटे बच्चे और बीमार व्यक्तियों को अत्यधिक गर्मी में जीना दूभर हो गया है।
रोजगार पर भी पड़ा सीधा असर
पाकुड़ में बहुत से छोटे उद्योग, वेल्डिंग, प्रिंटिंग, टेलरिंग, कम्प्यूटर बेस्ड सेवाएं और सैलून जैसे रोजगार ऐसे हैं, जो पूरी तरह से बिजली पर निर्भर हैं। लगातार हो रही बिजली कटौती से इन व्यवसायों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। काम बाधित होने से रोज कमाने-खाने वालों की आर्थिक स्थिति कमजोर हो रही है।
धरना की चेतावनी, प्रशासन को दी चेतावनी
इस गंभीर स्थिति पर पूर्व एनडीए प्रत्याशी एवं समाजसेवी अजहर इस्लाम ने जिला प्रशासन और बिजली विभाग को सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि –
“यदि इस माह के अंत तक बिजली की स्थिति में कोई सुधार नहीं होता है, तो अगले महीने हम लोग बिजली कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन करेंगे।”
उनका कहना है कि यह धरना आम जनता की आवाज़ को सरकार तक पहुंचाने के लिए आवश्यक है, ताकि स्थानीय प्रशासन और विद्युत विभाग नींद से जागें और व्यवस्था को दुरुस्त करें।
जनहित में उठाई आवाज
अजहर इस्लाम ने आगे कहा कि यह केवल उनकी नहीं, बल्कि पाकुड़ जिले के हजारों परेशान नागरिकों की आवाज़ है। जब सरकारी तंत्र आम जनता की मूलभूत आवश्यकताओं जैसे बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य को भी समय पर नहीं दे पा रहा, तो नागरिकों का सड़क पर उतरना और आंदोलन करना जरूरी हो जाता है।