पाकुड़। राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर 25 जनवरी 2025 को झालसा रांची के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार, पाकुड़ द्वारा एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, शेष नाथ सिंह की अध्यक्षता में न्यायालय परिसर में सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को लोकतांत्रिक जिम्मेदारियों की शपथ दिलाई गई।
लोकतांत्रिक परंपराओं की मर्यादा बनाए रखने का संकल्प
कार्यक्रम के दौरान प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश शेष नाथ सिंह ने सभी उपस्थित न्यायिक दंडाधिकारियों, लीगल एड डिफेंस काउंसिल सिस्टम के कर्मियों, व्यवहार न्यायालय के कर्मचारियों और पैरा लीगल वॉलिंटियर्स को लोकतांत्रिक परंपराओं की मर्यादा बनाए रखने की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा, “हम, भारत के नागरिक, लोकतंत्र में अपनी पूर्ण आस्था रखते हुए यह शपथ लेते हैं कि हम अपने देश की लोकतांत्रिक परंपराओं की मर्यादा को बनाए रखेंगे और स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निर्वाचन की गरिमा को अक्षुण्ण बनाए रखते हुए, निर्भीक होकर धर्म, वर्ग, जाति, समुदाय, भाषा अथवा किसी भी प्रलोभन से प्रभावित हुए बिना अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।”
निर्वाचन में मताधिकार का महत्व
शपथ ग्रहण के दौरान प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने उपस्थित सभी को संबोधित करते हुए मताधिकार के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की मजबूती के लिए प्रत्येक नागरिक को अपने वोट डालने का अधिकार समझना होगा। यह अधिकार सिर्फ एक कर्तव्य नहीं, बल्कि देश के विकास में भागीदारी का प्रतीक है। उन्होंने सभी से अपील की कि वे अपने परिवार, दोस्तों और समाज के लोगों को भी मतदान के प्रति जागरूक करें।
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सभी ने लिया वोट डालने का संकल्प
इस अवसर पर न्यायिक अधिकारियों, कर्मचारियों और पैरा लीगल वॉलिंटियर्स ने मतदाता दिवस की महत्ता को समझते हुए वोट डालने का संकल्प लिया। यह शपथ सभी को अपने नागरिक दायित्वों के प्रति जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण कदम था। कार्यक्रम में मौजूद सभी प्रतिभागियों ने लोकतंत्र को सशक्त बनाने के लिए मतदान में सक्रिय भागीदारी का वचन दिया।
लोकतंत्र को सशक्त बनाने की दिशा में एक कदम
राष्ट्रीय मतदाता दिवस के इस कार्यक्रम ने न्यायिक प्रणाली से जुड़े सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को उनके लोकतांत्रिक कर्तव्यों की याद दिलाई। इस आयोजन का उद्देश्य न केवल मतदान के महत्व को रेखांकित करना था, बल्कि हर व्यक्ति को यह समझाना था कि उनका एक-एक वोट देश के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर आयोजित यह कार्यक्रम लोकतंत्र की मजबूती और नागरिक अधिकारों के प्रति जागरूकता का प्रतीक था। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश शेष नाथ सिंह की अध्यक्षता में आयोजित यह शपथ ग्रहण समारोह लोकतंत्र की मर्यादा को अक्षुण्ण बनाए रखने और नागरिक जिम्मेदारियों के निर्वहन का महत्वपूर्ण संदेश देने में सफल रहा।