पाकुड़। स्थानीय पाकुड़ पॉलिटेक्निक में 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। यह कार्यक्रम कॉलेज परिसर में आयोजित किया गया, जहां संस्थान के निदेशक अभिजीत कुमार, प्राचार्य डॉ. ऋषिकेश गोस्वामी, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी निखिल चंद्र और परीक्षा नियंत्रक अमित रंजन ने छात्रों, शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों की उपस्थिति में दीप प्रज्वलित किया और कार्यक्रम का उद्घाटन किया, जिसमें आदिवासी समुदायों की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का जश्न मनाया गया।
इस उत्सव में आकर्षक कार्यक्रमों की एक श्रृंखला शामिल थी जो संस्थान के विभिन्न विभागों द्वारा 9 अगस्त को सुबह 9:00 बजे से अपराह्न 1:00 बजे तक आयोजित की गई थी। उत्सव में आदिवासी संस्कृति और परंपराओं के महत्व पर प्रकाश डाला गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल सांस्कृतिक विविधता को बढ़ावा देना था बल्कि छात्रों के बीच एकता की भावना को भी बढ़ावा देना था।
उत्सव के दौरान संस्थान में ड्राइंग और क्विज का आयोजन किया गया
विश्व आदिवासी दिवस पर ड्राइंग प्रतियोगिता: छात्रों ने आदिवासी जीवन और संस्कृति के विभिन्न पहलुओं को प्रदर्शित करने वाली ड्राइंग प्रतियोगिता में भाग लेकर अपनी कलात्मक कौशल का प्रदर्शन किया। प्रतिभागियों की ज्वलंत और कल्पनाशील रचनाओं ने जनजातीय विरासत के सार को दर्शाया। ड्राइंग प्रतियोगिता के विजेता – प्रथम स्थान –आज़ाद अंसारी (सिविल ब्रांच), द्वितीय स्थान – कामिनी कौशल (सिविल ब्रांच) और तृतीय स्थान – ज्योति कुमारी (सिविल ब्रांच) रहे।
विश्व आदिवासी दिवस पर प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता: एक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में प्रतिभागियों के विभिन्न आदिवासी समुदायों, उनके इतिहास, परंपराओं और योगदान के बारे में ज्ञान का परीक्षण किया गया। प्रतियोगिता ने न केवल विद्यार्थियों को शिक्षित किया बल्कि स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को भी प्रोत्साहित किया। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के विजेता – प्रथम स्थान – सिविल ब्रांच, द्वितीय स्थान – इलेक्ट्रिकल ब्रांच और तृतीय स्थान पर मेटलर्जी ब्रांच के छात्र रहे ।
विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर संस्थान के निदेशक अभिजित कुमार ने अपने वक्तव्य में युवा पीढ़ी को आदिवासी समुदाय की संस्कृति एवं परंपराओं के प्रति सकारात्मक एवं उत्साही दृष्टिकोण अपनाने पर जोर दिया। साथ ही उन्होंने उपस्थित छात्रों को आज दो गुरुमंत्र दिया पहला अपने परिवारजनों का आदर करना और दूसरा अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित करना। उन्होंने बताया की इन दो मन्त्रों पर अमल करने पर जीवन का कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। उनके अभिभाषण से उपस्थित सभी छात्र काफी प्रभावित हुए और निदेशक महोदय द्वारा दिए गये मन्त्रों को अपने जीवन में आत्मसात करने की शपथ ली।
पाकुड़ पॉलिटेक्निक कॉलेज के प्राचार्य डॉ ऋषिकेश गोस्वामी ने विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर अपने व्यावहारिक और प्रेरक शब्दों से प्रतिभागियों को सम्मानित किया। उनके भाषण ने इस दिन के महत्व के बारे में हमारी समझ को समृद्ध किया और आदिवासी समुदायों द्वारा हमारे समाज में निभाई जाने वाली महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उनके व्यापक ज्ञान और भावुक प्रस्तुति ने हमें न केवल हमारे आदिवासी भाइयों की सांस्कृतिक विविधता और समृद्ध विरासत के बारे में शिक्षित किया है, बल्कि उनके संरक्षण और जश्न मनाने के महत्व पर भी प्रकाश डाला है। उनके शब्दों ने हमें समावेशिता के महत्व और यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता की याद दिलाई है कि आदिवासी समुदायों की आवाज़ और योगदान को स्वीकार किया जाए और उनका सम्मान किया जाए।
इस अवसर पर संस्थान के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी निखिल चन्द्र ने शिक्षा, स्वास्थ्य, मानवाधिकार, पर्यावरण, सामाजिक और आर्थिक विकास जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में आदिवासी संस्कृतियों के संरक्षण और सम्मान के महत्व पर अपने विचार साझा किए। बच्चों को संबोधित करते हुए उन्होंने विभिन्न समुदायों के बीच समावेशिता और समझ को बढ़ावा देने में शिक्षा संस्थान की भूमिका पर जोर दिया।
प्रतियोगिता के बाद संस्थान के निदेशक श्री अभिजित कुमार ने प्रतियोगी छात्रों के बीच ट्रॉफी और प्रमाण पत्र वितरित किये गये। प्रतियोगिता में विजयी छात्र-छात्राओं को ट्रॉफी प्रदान की गई तथा सभी प्रतियोगियों को प्रमाण पत्र देकर प्रोत्साहित किया गया।