पाकुड़। समाहरणालय सभागार में परियोजना निदेशक आईटीडीए अरुण कुमार एक्का की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में सीएसआर (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) से जुड़े मामलों पर चर्चा की गई। बैठक में संबंधित विभागों के अधिकारियों और कोल कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
विकास कार्यों की प्रगति पर जोर
बैठक में सीएसआर फंड के तहत संचालित गतिविधियों की समीक्षा की गई। परियोजना निदेशक ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे सीएसआर फंड से संचालित योजनाओं और विकास कार्यों की नियमित मॉनिटरिंग सुनिश्चित करें। इसके साथ ही, उन्होंने इस फंड का उपयोग पाकुड़ जिले के विभिन्न क्षेत्रों में विकास कार्यों को तेज करने के लिए करने की आवश्यकता पर बल दिया।
शहरी क्षेत्रों के सौंदर्यीकरण पर विशेष ध्यान
बैठक में पाकुड़ शहरी क्षेत्र के चौक-चौराहों के सौंदर्यीकरण को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया गया। यह निर्णय लिया गया कि शहर के प्रमुख चौक-चौराहों का सौंदर्यीकरण सीएसआर फंड के माध्यम से किया जाएगा, ताकि नागरिकों को एक स्वच्छ और आकर्षक वातावरण मिल सके। अधिकारियों को सौंदर्यीकरण कार्यों को तेजी से लागू करने और उसकी गुणवत्ता सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी दी गई।
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सीएसआर फंड का सही उपयोग सुनिश्चित करने का आह्वान
परियोजना निदेशक ने कहा कि सीएसआर फंड का उद्देश्य केवल कंपनी के सामाजिक दायित्वों को पूरा करना नहीं है, बल्कि इसका उपयोग समुदाय के जीवन स्तर को बेहतर बनाने और क्षेत्रीय विकास में योगदान देने के लिए किया जाना चाहिए। उन्होंने संबंधित विभागों से सीएसआर फंड की सभी परियोजनाओं की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा।
भविष्य की योजनाओं पर विचार
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि सीएसआर फंड का उपयोग स्वास्थ्य, शिक्षा, और स्वच्छता जैसे क्षेत्रों में भी किया जाएगा। परियोजना निदेशक ने कोल कंपनियों के प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे जिला प्रशासन के साथ मिलकर इन योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करें।
इस बैठक का उद्देश्य सीएसआर फंड के माध्यम से जिले के समग्र विकास को गति देना था। यह कदम न केवल क्षेत्र के बुनियादी ढांचे में सुधार करेगा, बल्कि स्थानीय समुदाय के जीवन स्तर को भी बेहतर बनाएगा।