पाकुड़। जिले के केकेएम कॉलेज में 10वीं और 12वीं कक्षा के कमजोर विद्यार्थियों के लिए प्रोजेक्ट परख के तहत काउंसलिंग और बुकलेट विमोचन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य बोर्ड परीक्षा में छात्रों के प्रदर्शन को बेहतर बनाना और उनकी तैयारी को सही दिशा में ले जाना है। कार्यक्रम का उद्घाटन उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
विद्यार्थियों के लिए सुनियोजित तैयारी की सलाह
कार्यक्रम में उपायुक्त मनीष कुमार ने छात्रों, अभिभावकों और विद्यालय के प्रधान शिक्षकों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि बोर्ड परीक्षा की तैयारी सुनियोजित तरीके से करनी चाहिए। “विद्यार्थी जीवन वह समय है, जब कठिन परिश्रम और त्याग से भविष्य को सही दिशा में ले जाया जा सकता है,” उपायुक्त ने कहा। उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए बताया कि उनकी मेहनत के परिणाम निश्चित रूप से सकारात्मक होंगे।
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पाकुड़ को बोर्ड परीक्षा में शीर्ष पर ले जाने का लक्ष्य
उपायुक्त ने अपनी प्राथमिकता बताते हुए कहा कि इस बार पाकुड़ जिले को राज्य में बोर्ड परीक्षा में नंबर वन स्थान पर लाना उनका मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि वे दिन-रात मेहनत करें और जिले का नाम रौशन करें। इसके साथ ही उन्होंने 10वीं और 12वीं कक्षा के प्रश्न पत्र बुकलेट का विमोचन करते हुए छात्रों को इसे अच्छे से पढ़ने और तैयारी में उपयोग करने की सलाह दी।
पुलिस अधीक्षक ने दी प्रेरणा
पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने अपने संबोधन में छात्रों को विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि जो छात्र राज्य में टॉप करेंगे, उन्हें क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी से मिलने का अवसर दिया जाएगा। इस घोषणा ने छात्रों में उत्साह का संचार किया। साथ ही, उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे सोशल मीडिया और मोबाइल फोन से दूरी बनाएं और अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करें।
जिला प्रशासन का समर्पण
कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त ने बताया कि बुकलेट को तैयार करने में जिला प्रशासन ने काफी मेहनत की है। उन्होंने छात्रों से अनुरोध किया कि वे इस प्रयास को व्यर्थ न जाने दें और अपनी तैयारी को मजबूत बनाएं। “परीक्षा में आपका एक-एक नंबर आपके भविष्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है,” उन्होंने कहा।
कार्यक्रम में विशेष योगदान
इस कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ लिपिक पंकज कुमार नीलम ने किया। मंच पर विशेष कार्य पदाधिकारी त्रिभूवन कुमार सिंह, जिला शिक्षा पदाधिकारी अनीता पुरती, एडीपीओ पीयूष कुमार और जिला शिक्षा कार्यालय के अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।
छात्रों की सकारात्मक प्रतिक्रिया
कार्यक्रम में उपस्थित छात्रों ने इस पहल की सराहना की और इसे अपनी परीक्षा की तैयारी के लिए लाभदायक बताया। “धोनी से मिलने” की बात ने बच्चों को प्रेरित किया और उनमें बेहतर प्रदर्शन करने का आत्मविश्वास बढ़ाया।
प्रोजेक्ट परख कार्यक्रम ने न केवल छात्रों को काउंसलिंग और बुकलेट के माध्यम से मदद की, बल्कि उनके भीतर एक नई ऊर्जा और प्रेरणा का संचार किया। जिला प्रशासन और शिक्षकों के इस प्रयास से पाकुड़ जिले के छात्रों को अपनी पढ़ाई में सफलता प्राप्त करने और जिले को गौरवान्वित करने का एक अनूठा अवसर मिला है।