पाकुड़। विधानसभा चुनाव 2024 को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराने में जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त मनीष कुमार और पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार के नेतृत्व की अहम भूमिका रही। उनके कुशल नेतृत्व और समर्पण ने यह सुनिश्चित किया कि जिले में न केवल चुनाव प्रक्रिया पारदर्शी हो, बल्कि इसमें शामिल सभी पक्षधारकों को एकजुटता और उत्साह के साथ कार्य करने का अवसर मिले।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी की कुशल रणनीति
मनीष कुमार ने टीम भावना के महत्व को समझते हुए चुनाव से जुड़े सभी कर्मियों और अधिकारियों को एकजुट किया। उन्होंने हर छोटे-बड़े विभाग और कोषांग को उनकी भूमिका का महत्व समझाया और उनकी जिम्मेदारियों का बंटवारा इस तरह किया कि चुनाव संचालन में किसी प्रकार की रुकावट न हो। उनकी कुशल रणनीतियों ने यह सुनिश्चित किया कि जिले में मतदान प्रक्रिया, मतगणना, और अन्य चुनावी कार्य सुचारू रूप से पूरे हों।
चुनाव संचालन में शामिल हर कर्मी और अधिकारी को धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा, “यह सफलता टीम भावना और हर सदस्य के समर्पण का परिणाम है।“ उन्होंने खासतौर पर आरओ, एआरओ, बीडीओ, सीओ, बैंक कर्मी, सुरक्षा बल, मेडिकल टीम, तकनीकी विशेषज्ञों, और स्वीप टीम जैसे विभिन्न विभागों के योगदान को सराहा।
पुलिस अधीक्षक की सुरक्षा व्यवस्था
पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने जिले में शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा बलों की तैनाती और निगरानी में बेहतरीन कार्य किया। उन्होंने पुलिस बल, जैप जवान, पारा मिलिट्री फोर्स, और होमगार्ड जैसे विभिन्न सुरक्षा टीमों के बीच समन्वय स्थापित किया। उनके कुशल प्रबंधन के कारण जिले में न केवल कानून-व्यवस्था बनी रही, बल्कि मतदाताओं को निर्भय और स्वतंत्र रूप से अपने मताधिकार का प्रयोग करने का अवसर मिला।
प्रभात कुमार ने कहा, “चुनाव के दौरान हर अधिकारी और कर्मी ने अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया। यह उनकी मेहनत और समर्पण का ही परिणाम है कि जिले में चुनाव प्रक्रिया शांति से संपन्न हो पाई।“
रिकॉर्ड उपलब्धियां
दोनों अधिकारियों के नेतृत्व में जिले ने कई उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल कीं।
- चुनाव प्रक्रिया के दौरान जिले के 16 चेकपोस्ट फंक्शनल रहे, जिनके कारण कानून-व्यवस्था बनाए रखने में मदद मिली।
- जिले में रिकॉर्ड 10 करोड़ रुपये का सीजर किया गया, जो लोकसभा चुनाव 2019 के मुकाबले 45 गुना अधिक है। यह दर्शाता है कि पारदर्शिता और नियमों का अक्षरशः पालन सुनिश्चित किया गया।
वोट कार्निवल की सफलता
मनीष कुमार ने 16 नवंबर को आयोजित वोट कार्निवल को जिले के लिए ऐतिहासिक आयोजन बताया। उन्होंने कहा कि इस आयोजन में जनता से लेकर विशिष्ट लोगों तक का व्यापक सहयोग मिला। खासतौर पर चतरा से आए चुनाव कर्मियों और सुरक्षा बलों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि उनके सहयोग के बिना यह आयोजन संभव नहीं था।
इस आयोजन के जरिए जिले में मतदाताओं को मतदान के महत्व के प्रति जागरूक किया गया, जिससे मतदान प्रतिशत में भी सुधार हुआ। इस पहल ने न केवल जिले में लोकतंत्र को सशक्त किया, बल्कि अन्य जिलों के लिए भी एक उदाहरण प्रस्तुत किया।
मीडिया और प्रेक्षकों की भूमिका
चुनाव प्रक्रिया में मीडिया और प्रेक्षकों की भूमिका को लेकर दोनों अधिकारियों ने आभार व्यक्त किया। मीडिया ने चुनावी प्रक्रियाओं को जनता तक पारदर्शी रूप से पहुंचाया, जबकि प्रेक्षकों ने अपनी निगरानी और पर्यवेक्षण से चुनाव को निष्पक्ष और व्यवस्थित बनाने में मदद की।
मनीष कुमार ने कहा, “प्रेक्षकों और मीडिया के सहयोग से चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ पूरा करना संभव हो पाया।“
नेतृत्व की प्रेरणा
मनीष कुमार और प्रभात कुमार दोनों ने चुनाव संचालन में अपनी कुशल नेतृत्व क्षमताओं का प्रदर्शन किया। उनके निर्देश और मार्गदर्शन से हर टीम ने अपने दायित्व को न केवल समझा, बल्कि उसे पूरी निष्ठा के साथ निभाया। उनके नेतृत्व का सबसे बड़ा प्रभाव यह रहा कि हर कर्मी ने अपनी भूमिका को टीम भावना के साथ निभाया, जिससे जिले ने नंबर वन रैंकिंग प्राप्त की।
मनीष कुमार ने कहा, “हर बड़े कार्य की सफलता का मूल मंत्र टीम भावना है। जब हर सदस्य अपनी जिम्मेदारी समझकर काम करता है, तो परिणाम हमेशा सकारात्मक आते हैं।“
प्रेरणादायक भविष्य
पुलिस अधीक्षक ने भी अपने संदेश में कहा कि जिले को प्रगति के पथ पर अग्रसर रखने के लिए इसी तरह सभी टीमों को एकजुट होकर काम करना होगा। उनके अनुसार, “आने वाले समय में यह टीम और भी बेहतर कार्य कर सकेगी और जिले को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी।”
जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त मनीष कुमार और पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार का कुशल नेतृत्व और उनकी टीम भावना ने यह साबित कर दिया कि अगर सभी पक्षधारक एक साथ मिलकर काम करें, तो बड़े से बड़े कार्य को भी सफलतापूर्वक पूरा किया जा सकता है। उनकी प्रेरणा और समर्पण न केवल जिले के चुनाव संचालन के लिए एक मील का पत्थर है, बल्कि यह आने वाले समय के लिए भी एक मार्गदर्शक है। उनके प्रयासों से न केवल चुनाव प्रक्रिया पारदर्शी और शांतिपूर्ण रही, बल्कि जिले ने कई उपलब्धियां भी हासिल कीं। यह सफलता टीम वर्क और नेतृत्व की शक्ति का प्रमाण है।